कुरुक्षेत्र। शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि 31 लाख 9 हजार रुपए की लागत से हरियाणा की पहली क्वालिटी कंट्रोल लैब थानेसर में स्थापित की जाएगी। इसके साथ-साथ 51.76 लाख रुपए की लागत से वेस्ट वाटर लैब भी स्थापित की जाएगी। यह भी हरियाणा की पहली लैब होगी।
शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री शुक्रवार को सेक्टर-7 स्थित आवास पर आमजन की समस्याओं को सुन रहे थे। उन्होंने कहा कि इन दोनों लैबों से जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जाने वाले कार्यों में ओर सुगमता आएगी और आमजन को इसका फायदा भी होगा।
राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने इस मौके पर यह भी बताया कि क्वालिटी कंट्रोल लैब के माध्यम से कहीं पर भी यदि सिविल वर्क से संबंधित कार्य चल रहा है और उसके तहत निर्माण सामग्री की गुणवता जांचनी हो तो, इस लैब के माध्यम से इस कार्य को किया जा सकता है। इस लैब में लाखों रुपए की लागत से टेस्टिंग से संबंधित उपकरण भी उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि 51.76 लाख रुपए की लागत से वेस्ट वाटर लैब भी स्थापित की जाएगी और यहां पर भी आधुनिक उपकरण उपलब्ध रहेंगे। सीवरेज के कार्य से संबंधित कोई भी टेस्ट करना होगा, तो यहां पर इस से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी खुशी की बात है कि यह दोनों लैब हरियाणा में सबसे पहले थानेसर में स्थापित की जा रही है। इन दोनों लैब के माध्यम से आसपास के जिलों को भी इसका फायदा होगा।
राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने इस मौके पर यह भी कहा कि कुरुक्षेत्र शहर के लिए 28.91 लाख की लागत से 2 ग्रेव मशीने भी खरीदी जाएगी, जिसके टेंडर फलोट हो चुके है और सोमवार तक यह टेंडर खुल जाएंगे। इससे सफाई व्यवस्था का कार्य ओर बेहतर तरीके से होगा। थानेसर शहर के तहत बेहतर सीवरेज व्यवस्था हो इसके लिए 20 लाख रुपए की लागत से करीब 2500 फीट सीवरेज लाइन बिछाने का काम भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी जगहों पर सफाई व्यवस्था बेहतर हो, आमजन को किसी प्रकार परेशानी ना हो, इसके लिए निरंतरता में कार्य किए जा रहे है। पेयजल व्यवस्था के तहत जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा बैंक कॉलोनी में 12 लाख रुपए की लागत से पेयजल नलकूप, 24.10 लाख रुपए की लागत से मसीता हाउस व खातापुर मौहल्ला में पेयजल नलकूप लगाए जाएंगे ।
राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने यह भी कहा कि थानेसर शहर के साथ-साथ अन्य जगहों पर भी सफाई व्यवस्था हो, डे्रनों के साथ-साथ नाले व नालियां साफ हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को फील्ड में रहकर यह सभी कार्य करने के निर्देश दिए हुए है। जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2 हजार लीटर की क्षमता वाली 2 जेड मशीने भी खरीदी जांएगी ताकि छोटी गलियों में सीवरेज से संबंधित सफाई व्यवस्था का कार्य बेहतर तरीके से हो सके। इस कार्य के भी जल्द ही टेेंडर खुल जाएंगे। कार्यकारी अभियंता सुमित गर्ग ने बताया कि राज्यमंत्री सुभाष सुधा के विशेष प्रयासों से लैब के साथ-साथ ग्रेव मशीने, सीवरेज लाईन बिछाया जाना व पेयजल व्यवस्था के लिए 3 नए टयूबवैल लगाने का काम किया जाएगा।