कुरुक्षेत्र जिला पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के एक और आरोपी को शामिल तफ्तीश करके गिरफ्तार किया है। आर्थिक अपराध शाखा पुलिस की टीम ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप मे असीम पुत्र सत्यवान सहरावत वासी नेयात गोहाना हाल वासी किशनगढ़ मनीमाजरा चंडीगढ़ को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 30 जून थाना केयूके में दी अपनी शिकायत में शुभम चौहान पुत्र कुलदीप सिंह वासी अमीन जिला कुरुक्षेत्र ने बताया कि वह विदेश जाना चाहता था। 14 फरवरी को उसके पास एक कॉल आई। फोन करने वाले ने अपना नाम गुरी बताया और कहा कि वह विदेश भेजने का काम करते हैं तथा पैसे विदेश जाने के बाद लेते हैं। वह उनकी बातों में आ गया और उनके द्वारा मांगे गये कागजात फोन पर भेज दिए। इसके बाद उनके बीच विदेश भेजने के लिए 36 लाख रूपए में के इकरारनामा हुआ। इसके बाद 23 फरवरी को उसने माध्यम से 36 लाख रुपये उनको दे दिए। उसके बाद दोषी के फोन आया कि वह अभी उसको विदेश नही भेज सकता जिसपर उसने अपने रुपए आढ़ती से वापस ले लिए।
4 मार्च आरोपियों ने उसको दिल्ली बुलाया जहां पर वीजा व टिकट देने की बात कहकर 35 लाख रुपये आढ़ती के पास देने के लिए कहा। उसके द्वारा 35 लाख रुपये देने के बाद आरोपी ने उसको मुंबई भेजकर कहा कि टिकट व वीजा वहीं मिलेगा। आरोपी ने ना तो उनका वीजा लगवाया और ना ही टिकट दी। जिसकी शिकायत पर थाना शहर थानेसर में मामला दर्ज करके जांच सहायक उप निरीक्षक गुरदेव सिंह को सौंपी गई। बाद में मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को दी गई । 13 जुलाई को आर्थिक अपराध शाखा प्रभारी के मार्गनिर्देश में सहायक उप निरीक्षक शमशेर सिंह की टीम ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोपी मंजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी को अदालत में पेश करके अदालत के आदेश से 4 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया था। आरोपी से 1.40 लाख रुपये, थार गाड़ी तथा मोबाइल बरामद हुई थी ।
27 अगस्त को आर्थिक अपराध शाखा प्रभारी के मार्ग-निर्देश में सहायक उप निरीक्षक शमशेर सिंह की टीम ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के एक और आरोपी असीम पुत्र सत्यवान सहरावत वासी नेयात गोहाना हाल वासी किशनगढ़ मनीमाजरा चंडीगढ़ को मामले में प्रोडक्शन वारंट लेकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की माननीय उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत मंजूर होने पर रिहा कर दिया गया।