MP ammunition city: भारतीय सेना के द्वारा पाकिस्तान में किए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक बड़ी एयरस्ट्राइक अंजाम दियागया. इसमें एक बड़ी संख्या में आतंकवादी के ठिकाने ध्वस्त हुए और वो मारे गए. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है. भारतीय सेना पूरी तरह से हाई अलर्ट पर है. इसके साथ-साथ मध्यप्रदेश को भी अलर्ट पर रखा गया है. भारतीय सेना के लिए मध्यप्रदेश बहुत जरूरी राज्य है. मध्यप्रदेश के पांच शहर इंडियन आर्मी की ताकत कहलाते हैं यहीं से आर्मी को गोला-बारूद सप्लाई होता है.
मध्यप्रदेश के इन शहरों में सेना की तीनों विंग जल सेना, थल सेना और वायु सेना के लिए गोला-बारूद तैयार होता है. इसलिए इन्हें भी अलर्ट पर रखा गया है.
MP ammunition city: मध्यप्रदेश के इन शहरों में तैयार होता है गोला-बारूद
जबलपुर- जबलपुर के खमरिया में बनी ऑर्डनेंस फैक्ट्री भारतीय सेना की बहुत बड़ी ताकत है. यहां से गोला-बारूद और सेना के लिए जरूरी रसद भेजी जाती है. भारत-पाक तानव के बीच खमरिया ऑर्डनेंस फैक्ट्री अलर्ट पर है. यहां के सभी कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं, यह फैक्ट्री 1943 में सेकेंड वर्ल्ड वॉर के समय बनी थी, जिसके बाद लगातार इसका विस्तार किया जाता रहा है.
खमरिया ऑर्डनेंस फैक्ट्री में जरूरी गोला और बारूद बनाए जाते हैं. कारगिल युद्ध में सेना को यहीं से गोला और बारूद सप्लाई किए गए थे.
महू- इंदौर के नजदीक में महू शहर है. यहां पर आर्मी वॉर कॉलेज है साथ ही यही सेना से जुड़ा बड़ा अनुसंधान भी है, इसके अलावा यहां कमांडो ट्रेनिंग सेंटर के साथ-साथ BSF की फायरिंग रेंज भी है. जिससे यहां वर्तमान हालातों के चलते इस शहर को भी अलर्ट पर रखा गया है.
भोपाल- भोपाल में सेना की इंफेंट्री, सीआरपीएफ की बटालियन बनी हुई है, जबकि यहां सेना का बड़ा कैंप है. जहां के जवानों को अलर्ट पर रखा गया है. इसके अलावा यहां साइबर मुख्यालय और स्टेट डेटा सेंटर भी है.
कटनी- कटनी शहर में ऑर्डनेंस फैक्ट्री के लिए जरूरी चीजें बनाकर सप्लाई की जाती हैं. यहां से तोप के लिए बनाए जाने वाले कारतूस और खोखे बनाए जाते हैं जो जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में भेजे जाते हैं. इसलिए यहां के कर्मचारियों की भी छुट्टियां रद्द कर दी गई है और यह फैक्ट्री भी फिलहाल अलर्ट पर है. यहां भी लगातार काम जारी है.