Saturday, April 27, 2024
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पूर्व मंत्री के बेटे के सुसाइड मामले में परिवार ने पुलिस को दिया अल्टीमेट

बहादुरगढ़: हरियाणा के पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बड़े बेटे जगदीश नंबरदार ने बीते कुछ दिनों पहले ही आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अब पहली बार पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया है। परिवार ने इस संबंध में इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी पर गंभीर आरोप लगाए। परिवार ने पुलिस और प्रशासन को 23 जनवरी का अल्टीमेट देते हुए कहा है कि यदि जल्द ही जगदीश नंबरदार को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे लोग बहादुरगढ़ के शहर थाने के सामने धरना शुरू कर देंगे। 

बहादुरगढ़: हरियाणा के पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बड़े बेटे जगदीश नंबरदार ने बीते कुछ दिनों पहले ही आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में अब पहली बार पीड़ित परिवार मीडिया के सामने आया है। परिवार ने इस संबंध में इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी पर गंभीर आरोप लगाए। परिवार ने पुलिस और प्रशासन को 23 जनवरी का अल्टीमेट देते हुए कहा है कि यदि जल्द ही जगदीश नंबरदार को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे लोग बहादुरगढ़ के शहर थाने के सामने धरना शुरू कर देंगे।

परिवार ने इनेलो प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की संपत्ति की जांच ईडी से करवाने की मांग करते हुए कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर 5 बीघा जमीन वाला कैसे करोड़ो का मालिक बन गया। परिवार का कहना है कि नफे सिंह राठी साल 1887 से ही राठी परिवार के पीछे पड़े हुए हैं। इससे पहले नफे सिंह पूर्व मंत्री मांगेराम राठी और जगदीश नंबरदार की पत्नी पर एफआईआर भी दर्ज करवा चुके हैं। नफे सिंह राठी शहर के अन्य लोगों पर ही एफआईआर दर्ज करवा कर उन्हें परेशान  कर चुके हैं।

साल2019 के जिस जमीनी विवाद के चलते जगदीश नंबरदार ने आत्महत्या की है, इस मामले में नफे सिंह ने जबरदस्ती समझौता करवाया था। इतना ही नहीं नफे सिंह राठी पर अन्य लोगों के साथ मिलकर उनकी दुकानों पर जबरदस्ती कब्जा करने का आरोप भी लगाया है।

मृतक जगदीश नंबरदार के बेटे गौरव राठी ने कहा कि उनके पिता ने सुसाइड करने से पहले जो ऑडियो वायरल की थी वो पूरी तरह से असली है और उनके पिता कोई शराब के नशे में नहीं थे। ऑडियो वायरल करने के बाद से उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। इतना ही नहीं जब वे अपने पिता को अस्पताल ले जा रहे थे, तो उन्होंने स्वयं खुद उसे बताया था कि उन्होंने नफे सिंह राठी और अन्य आरोपियों के दबाव के चलते ही आत्महत्या की है।

परिवार पुलिस की कार्रवाही से पूरी तरह से असंतुष्ट है। इसलिए उन्होंने पुलिस और प्रशासन को अल्टीमेट दिया है कि अगर 23 जनवरी तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करेगी तो वे लोग बहादुरगढ़ के शहर थाने के सामने धरना शुरू कर देंगे।

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