Amazon, जिला रोजगार ब्यूरो की ओर से अमेजॉन के साथ मिलकर वर्कशॉप ‘कारीगर’ का आयोजन किया गया. इस आयोजन का मक्सद हमारी संस्कृत से जो विरास खो रहीं है उसको फिर से उजागर करना है और इसमें कार्य कर रहे लोगों व मजदूरों का मनोबल बढ़ना है.
वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए डीसी कोमल मित्तल ने कहा कि वुड इनले वर्क होशियारपुर की अमीर विरासत की पहचान है और संस्कृति का अभिन्न अंग है लेकिन समय के साथ-साथ इसके कारीगरों में काफी कमी आ गई है. जिसकी वजह है इसे बनाने में जितनी मेहनत लगती है, कारीगरों को शायद इसका उतना मूल्य नहीं मिल पाता.
साथ ही उन्होंने कहा कि ई-कामर्स कंपनी अमेजॉन के साथ ‘कारीगर’ प्रोजेक्ट के माध्यम से इन कुशल कारीगरों के प्रोडक्ट बाजार के सामने रखे जाएंगे ताकि कारीगरों को उनकी मेहनत का अच्छा दाम मिल सके और खो रही विरासत को फिर से नया मुकाम हासिल हो सके.
साथत ही अन्य लोग भी वुड इनले के इस काम के साथ जुड़कर इसे अलग पहचान दिला सकें. इस कारीगर प्रोजेक्ट से यह लाभ होगा कि लुप्त हो रही इस कला को फिर से जिंदा किया जा सकेगा और जो कारीगर यह काम छोड़ चुके हैं, वे दोबारा से इस काम में शामिल हो सकेंगे.
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उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब इन कारीगरों को अच्छा मेहनताना व प्रोत्साहन मिले, जिसके लिए जिला प्रशासन लगातार कार्य कर रहा है. जिला प्रशासन गांव बूथगढ़ स्थित इनले कलस्टर को अमेजॉन से जोड़ने की योजना पर काम कर रहा है ताकि लुप्त हो रहे वुड इनले वर्क को नई पहचान मिले.
उन्होंने जिला वासियों से भी अपील की कि वे चंडीगढ़ रोड स्थित गांव बूथगढ़ में बने वुड इनले कलस्टर से खरीदारी कर यहां के कारीगरों का हौसला बढ़ाएं।.उन्होंने कहा कि बूथगढ़ कलस्टर में करीब 150 कारीगर रजिस्टर्ड हैं.