चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने मिड डे मील कर्मियों को पहले ही नए साल का तोहफा दिया है। दरअसल हरियाणा सरकार लगातार एक के बाद एक योजनाएं लेकर आ रही है इसी के तहत अब सरकारी स्कूलों में मिड डे मील कर्मियों हेतु भी सरकार ऐसी योजना लेकर आयी है जिस से सभी कर्मी खिल उठेंगे। अब मिड डे मिल कर्मियों को किसी भी अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा बस साल में उनके मानदेय से कुछ रुपयों कि कटौती की जाएगी।
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार धीरे-धीरे स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का दायरा बढ़ाती जा रही है। इसी के तहत अब राज्य के सरकारी स्कूलों में काम करने वाले मिड डे मील कर्मियों को पांच लाख रुपये वार्षिक तक चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए उनके मानदेय में से साल में सिर्फ एक बार 1500 रुपये की कटौती होगी।इस राशि का भुगतान कर मिड डे मील कर्मी राज्य के किसी भी अस्पताल में पांच लाख रुपये का मुफ्त इलाज करा सकते हैं।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम के अंतर्गत काम करने वाले कर्मचारियों को बीमा योजना के दायरे में सरकार पहले ही ला चुकी है। यदि कोई कर्मचारी 1500 रुपये नहीं देना चाहता और योजना से अलग रहना चाहता है तो सरकार ने उस पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला है। मौलिक शिक्षा अधिकारियों को अगले दो दिनों के भीतर पूरी रिपोर्ट मुख्यालय भेजने को कहा गया है।
इन कर्मचारियों को प्राइवेट ठेकेदारों के चंगुल से बाहर निकालकर सरकार ने उन्हें हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से पंजीकृत किया है। अब ऐसे सभी कर्मचारी राज्य सरकार के माध्यम से अलग-अलग सरकारी विभागों, बोर्ड एवं निगमों में अनुबंध पर काम करते हैं, जिससे उनका पीएफ भी कटता है और अवकाश समेत तमाम सुविधाएं मिलती हैं।
हरियाणा के मौलिक शिक्षा निदेशक की ओर से राज्य के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए आदेश में सभी मिड डे मील वर्कर्स का डाटा मुख्यालय मंगवाया गया है। मुफ्त चिकित्सा सुविधा की योजना ऐच्छिक है।