चंडीगढ़। हरियाणा की राजनीति में बड़ा भूचाल मचा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा कैबिनेट सहित राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। जानकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सीट शेयरिंग पर NDA गठबंधन में अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। जिसके बाद बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन टूट गया है। दरअसल, बीजेपी राज्य में JJP से पीछा छुड़ाने के मूड में है। इसके संकेत राजस्थान विधानसभा चुनाव से ही मिल गए थे, जब दोनों पार्टियां वहां अकेले चुनाव लड़ी। नए घटनाक्रम के अनुसार सरकार निर्दलीयों के साथ बहुमत में है। इसलिए माना जा रहा कि JJP से पीछा छुड़ाने के लिए BJP ने इस्तीफे का ये मास्टर स्ट्रोक चला है।
हरियाणा निवास पर बैठक शुरू
बता दे, बीजेपी ने अर्जुन मुंडा और तरुण चुग को पर्यवेक्षक बनाकर चंडीगढ़ भेज चुकी है। हालांकि मुख्यमंत्री बदलने को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। साथ ही निर्दलीयों को सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। भाजपा और जजपा के बीच जारी तनाव के बीच राज्य के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने भाजपा और सरकार समर्थित निर्दलीय विधायकों की बैठक बुलाई है। सीएम ने बीजेपी और सरकार समर्थित निर्दलीय विधायकों की हरियाणा निवास पर बैठक शुरू हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में बीजेपी निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने के फार्मूले पर रणनीति बना सकती है। नए मंत्रिमंडल में JJP के शामिल होने की संभावना नहीं है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और भाजपा प्रभारी तरुण चुघ चंडीगढ़ पहुंच गए हैं।
गठबंधन टूटने के बावजूद भाजपा के पास बहुमत
हरियाणा में जजपा से गठबंधन टूटा लेकिन बहुमत भाजपा के ही पास है। हरियाणा में 90 विधानसभा सीटें हैं। जिसमें से भाजपा के पास खुद के 41 MLA, 6 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक का समर्थन है यानी भाजपा के पास 48 विधायक हैं। बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए। बताया जा रहा है कि राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद मुख्यमंत्री राज भवन से बाहर निकल गए हैं। अब वह सीएम आवास में रहेंगे। संभावना है कि वह वहीं केंद्र से पहुंचने वाले दोनों पर्यवेक्षकों के साथ मुलाकात करेंगे। हरियाणा में सीएम चेहरा बदलने की अटकलों के बीच गृहमंत्री अनिल विज CM मनोहर लाल के साथ नजर आ रहे हैं। हरियाणा निवास से भी वह मनोहर लाल खट्टर के साथ ही उनकी गाड़ी में बैठकर गए। ऐसे में अनिल विज की भूमिका महत्वपूर्ण नजर आ रही है।
कांग्रेस ने भी अपने विधायकों की मीटिंग बुलाई
सीएम के इस्तीफे के बाद कांग्रेस भी अलर्ट हो गई है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने भी विधायकों की आनन-फानन में मीटिंग बुला ली है। ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस भी राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि जो भगदड़ आज हम हरियाणा में देख रहे हैं, वो किसान, नौजवान व पहलवान के दबाव में हो रही है। यही देश में भी होने जा रहा है।
जजपा में बगावत, 5 विधायक मीटिंग में नहीं पहुंचे
वहीँ हरियाणा में जारी तनाव के बीच दुष्यंत चौटाला ने भी दिल्ली में सुबह करीब 11 बजे पार्टी के विधायकों की बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि दुष्यंत इस बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, जजपा हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है। लेकिन खबर आ रही है कि भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद जजपा में बगावत हो गई है। जजपा ने सभी 10 विधायकों की दिल्ली में मीटिंग बुलाई थी, लेकिन उसमें 5 वहां नहीं पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक ये सभी चंडीगढ़ में हैं और भाजपा के संपर्क में हैं।
दुष्यंत करेंगे अमित शाह से मुलाकात
इस बीच हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आज गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी, जिसमें सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी। दुष्यंत चौटाला और अमित शाह के बीच शीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनने पर बीजेपी-जेजेपी गठबंधन टूटने के आसार हैं।