वर्तमान रबी फसल में ओलावृष्टि से हुए फसली नुकसान के लिए ई क्षतिपूर्ति पोर्टल 15 मार्च तक खोला गया है। किसान ओलावृष्टि से हुए फसली नुकसान को पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नायब सिंह ने वर्ष 2023 के दौरान बाढ के कारण खराब हुइ नरमा की फसल संबंधी 12 जिलों के किसानों को 87.95 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि जारी की । इनमें भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, गुरूग्राम, हिसार, झज्जर , जीन्द, महेन्द्रगढ, रेवाड़ी, रोहतक, सिरसा तथा सोनीपत शामिल है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने वर्ष 2023 के दौरान बाढ से खराब हुई नरमा की फसल का मुआवजा प्रदान कर दिया है। इस प्रकार सरकार सदैव किसानों की सहायता के लिए तत्पर है और इससे पहले भी सरकार ने किसान हित में ही अनेक निर्णय लिए है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2023 के दौरान बाढ से खराब हुई नरमा की फसल का मुआवजा लेने के लिए 2 लाख 43 हजार 287 एकड़ भूमि का पंजीकरण करवाया गया। इसमें से वेरिफिकेश के बाद 84 हजार 483 एकड़ भूमि के खराबे की पुष्टि हुई जिसका किसानों ने ई क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड किया गया। इसकी वेरिफिकेशन के बाद प्रदेश के 33483 किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले भी वर्ष 2023 के दौरान आई बाढ के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए अन्य फसलों का 130 करोड़ 88 लाख रुपए का मुआवजा किसानों को सरकार द्वारा पहले ही जारी किया जा चुका है। इस प्रकार किसानों को वर्ष 2023 के दौरान 218 करोड़ 83 लाख रुपए का मुआवजा दिया जा चुका है।