Friday, November 22, 2024
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सरकारी स्कूलों में छात्रों की आंखों की होगी निशुल्क जांच

पलवल। करीब तीन दशक से क्षेत्र के लोगों को शिक्षा और बेहतर चिकित्सा देने में सफल रही ऐबल चैरिटेबल संस्था द्वारा पांच लाख छात्रों की आंखों की जांच व चश्मा सहित ऑपरेशन की निशुल्क सेवा देने के मिशन का शुभारंभ जिला उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने किया है। इस मौके पर उनके साथ जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल, रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव बिजेंदर सौरोत मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

जिला उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने इस मिशन का मुख्य आधार रहने वाली करीब चालीस लाख रुपये की लागत से तैयार एम्बुलेंस एवं ऐबल चैरिटेबल संस्था द्वारा चलाए जा रहे गुरुकुल के साथ अस्पताल में दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा भी लिया। इस मौके पर उन्होंने डायलिसिस विभाग में जाकर इलाज करवा रहे मरीजों से भी बातचीत की। संस्था द्वारा समाज हित में किए जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर उन्होंने संस्था के संचालक डॉ. प्रेम कुमार खुल्लर की हौसला अफजाई की।

इस मौके पर संस्था द्वारा संचालित गुरुकुल की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। इन छात्राओं की जिला उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ सहित कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने प्रशंसा की। इस अवसर पर समाजसेविका रानी लाल ने बताया कि संस्था द्वारा पिछले कई वर्षो से समाज हित में कार्य किए जा रहे हैं। अब क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले छात्रों की निशुल्क आंखों की जांच व चश्मा एवं जरुरत पडऩे पर ऑपरेशन सहित सभी सुविधाएं देने के मिशन की शुरुआत जिला उपायुक्त के द्वारा की गई है। एम्बुलेंस में तैनात चिकित्सक ने बताया सभी आधुनिक उपकरणों से सुस्सजित इस वातानुकूलित एम्बुलेंस में आंखें टेस्ट की सभी लेटेस्ट मशीनें लगाई गई हैं। इस एंबुलेंस के माध्यम से स्कूलों में जाकर बच्चों को वहीं आंखों की जांच की सुविधा दी जाएगी। बता दें कि 85 वर्षीय प्रेम कुमार खुल्लर फौज से रिटायर होने के बाद समाजसेवा को अपना लक्ष्य मान ऐबल चैरिटेबल संस्था के माध्यम से सेवाएं दे रहे हैं। पलवल, फरीदाबाद और मेवात के उन असहाय लोगों जो महंगा इलाज़ नहीं करवा सकते और जिन छात्रों के सिर से माता या पिता का साया हटने से शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे उनके लिए डॉ. प्रेम कुमार खुल्लर वरदान साबित हो रहे हैं। ऐसे में उनका सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने वाले पांच लाख छात्रों को आंखों सबंधित सभी सुविधाएं देने के लक्ष्य की भी शुरुवात आज से हो गई है।

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