Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-hide-security-enhancer domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u653301726/domains/garimatimes.in/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
पंजाब, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 73 लाख रुपये की
Friday, November 22, 2024
Homeपंजाबपंजाब, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 73 लाख रुपये की...

पंजाब, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 73 लाख रुपये की धोखाधड़ी

पंजाब, चंडीगढ़ शहर में लोगों को विदेश भेजने के नाम पर ठगी हो रही है। ऐसा ही एक मामला सेक्टर 17 थाने में दर्ज किया गया है। जहां 3 इमीग्रेशन कंपनियों ने कनाडा और ऑस्ट्रेलिया का वीजा दिलाने के नाम पर एक महिला समेत तीन लोगों से करीब 73 लाख रुपये की ठगी कर ली। सेक्टर-17 और इंडस्ट्रियल एरिया थाने की पुलिस ने उक्त इमीग्रेशन कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी और साजिश रचने की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

पुलिस को दी शिकायत में करनाल निवासी रणबीर सिंह ने बताया कि उसने ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए विज्ञापन देखकर सेक्टर-17 स्थित वर्ल्ड वीजा एडवाइजर इमीग्रेशन कंपनी से संपर्क किया था। ऑफिस में खुशपाल सिंह, विनय, अनमोल व अन्य लोग मिले, जिन्होंने वीजा के लिए 11 लाख रुपये की मांग की।

उन्होंने दस लाख 99 हजार 500 रुपये दे दिये। इसके बाद कंपनी ने वीजा के लिए आवेदन नहीं किया। सेक्टर-17 थाना पुलिस ने खुशपाल सिंह, विनय, अनमोल व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

कब है देवशयनी एकादशी का व्रत ? जानिए पूजन विधि से लेकर इसका महत्व

जीरकपुर निवासी ब्रह्मदत्त ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि सेक्टर-17 स्थित श्योर एब्रॉड इमीग्रेशन कंपनी ने रुपये नहीं लिए जब पैसे वापस मांगे तो कंपनी निदेशक ने फोन उठाना बंद कर दिया। इंडस्ट्रियल एरिया पुलिस ने संचालक मनप्रीत सिंह व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

लुधियाना के रहने वाले पंकज शर्मा से कनाडा का वीजा लेने के लिए संपर्क किया गया था। पंकज ने 15 लाख रुपये मांगे। शिकायतकर्ता की ओर से 26 फरवरी 2020 से 31 अक्टूबर 2023 तक 15 लाख रुपये और अन्य दस्तावेज दिए गए। इसके बाद आरोपी को वीजा नहीं मिला। जब पैसे वापस मांगे तो आरोपी टालमटोल करने लगा।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular