Friday, May 17, 2024
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बैंक में चपरासी लगवाने के नाम पर तीन लोगों से ठगे साढ़े पांच लाख रुपये, पढ़ें- पूरा मामला…

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Yamunanagar News :  बैंक में चपरासी लगवाने के नाम पर ललहाड़ी कलां निवासी अजय कुमार तथा गार्डन कॉलोनी बिलासपुर निवासी विनोद कुमार से साढ़े पांच लाख रुपये ठग लिए गए। आरोप गांव रसुलपुर निवासी पुष्पेंद्र व सोनम गौरंग पर लगा है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गांव ललहाड़ी कलां निवासी अजय कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी गांव भगवानपुर में रिश्तेदारी है। जहां आरोपी पुष्पेंद्र की बहन रंजना शादीशुदा है। एक दिन वह गांव भगवानपुर में रिश्तेदारी में गया हुआ था। जहां रंजना ने उसे कहा कि उसके भाई पुष्पेंद्र की राजनीति में अच्छी पैठ है। इस समय पंजाब नेशनल बैंक में चपरासी के पदों पर भर्ती निकली हुई है। वह उसे नौकरी लगवा देगा। इस तरह से वह आरोपी की बातों में आ गया। उसने अपने भाई पुष्पेंद्र से बात कराई। आरोपी ने उससे नौकरी लगवाने के नाम पर साढ़े तीन लाख रुपये ले लिए। जब काफी समय बीतने के बाद भी उसकी नौकरी नहीं लगी तो आरोपियों से अपने रुपये वापस मांगे। जिस पर वह टाल मटोल करने लगे। उसने दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

उधर, कैथल के गांव नीमवाला निवासी विनोद कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह बिलासपुर की गार्डन कॉलोनी में रह रहा है। 28 अगस्त 2022 को रसूलपुर निवासी पुष्पेंद्र का उनके पास फोन आया। उसने उसे अपने गांव बुलाया। जब वह आरोपी से मिलने उसके गांव में गया तो आरोपी ने उसे बताया कि पंजाब नेशनल बैंक में चपरासी के पदों पर भर्ती निकली हुई है। यदि कोई बच्चा हो तो वह नौकरी लगवा देगा। एक की नौकरी लगवाने के लिए तीन लाख रुपये का खर्च बताया।

आरोपी की बातों में आकर उसने अपने रिश्तेदार जींद के बेलरख्खा निवासी कर्मबीर सिंह के बारे में बात की। उसके दोस्त अशोक ने अपने भाई भिवानी के गांव जमालपुर विनोद के बारे में बात की। उससे बात तय होने पर अलग-अलग कर दो लाख रुपये दे दिए। इस बीच आरोपी ने अपने साथी सोनम गौरंग से भी बात कराई। उसने भी नौकरी लगने का आश्वासन दिया। इसके बाद आरोपियों ने नौकरी नहीं दिलवाई। जब उसने आरोपियों से बात की उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पैसे देने से मना कर दिया। उसने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी।

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