पंजाब विधानसभा सत्र के चौथे दिन आज पंजाब सरकार द्वारा पिछले दिनों पेश किए गए बजट पर चर्चा हो सकती है। पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने मंगलवार को अपना तीसरा बजट पेश किया। कुल 2 लाख, 4 हजार, 918 करोड़ रुपये के बजट में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने न तो कोई नया टैक्स लगाया और न ही कोई अन्य बड़ी घोषणा की। पंजाब के इतिहास में पहली बार 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट पेश किया गया है।
इस बजट में माननीय सरकार ने सबसे ज्यादा फोकस शिक्षा और स्वास्थ्य पर रखा है। बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए 22 हजार 252 करोड़ रुपये रखे गए हैं। किसानों, महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं के वोट बैंक की अहमियत को समझते हुए वित्त मंत्री चीमा ने इन वर्गों को भी खुश करने की पूरी कोशिश की है। आप नेताओं ने भी इस बजट की सराहना की।
बजट के बाद विपक्षी नेताओं की भी तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आईं। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा कि बजट पूरी तरह से फर्जी बजट है। इसमें महिलाओं और आम लोगों के लिए कुछ भी नहीं था, ऐसा कुछ भी नहीं था जिसके बारे में हम (पंजाब बजट 2024) बाहर आकर कुछ कह सकें। क्या सरकार ने पंजाब के लोगों को कोई तोहफा नहीं दिया?
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अंदरखाने कह रही थी कि राजस्व बढ़ गया है, राजस्व बढ़ गया है, क्योंकि महंगाई बढ़ गई है, जब महंगाई बढ़ती है तो राजस्व बढ़ता है, आपका घाटा बहुत बढ़ गया है। हर दिन नये कर्ज लिये जा रहे हैं। अब तक यह सरकार 67 हजार करोड़ रुपये का कर्ज ले चुकी है। पिछली सरकारों ने 5 साल में 70 हजार करोड़ का कर्ज लिया, आपने सिर्फ 2 साल में 70 हजार करोड़ का कर्ज लिया है। पंजाब कांग्रेस ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ट्वीट कर बजट पर निशाना साधा।