Mahakumbh 2025 :प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की शुरुआत हो चुकी है। इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। 144 साल बाद आयोजित इस पवित्र महाकुंभ में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक है। 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलने वाले इस आयोजन में करोड़ों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इस दौरान सोशल मीडिया पर महाकुंभ के वीडियो और तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं।
विदेशी महिलाओं ने ‘जय जगदीश हरे’ गाया
इस बीच एक वीडियो ने सभी का ध्यान खींचा है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में कुछ विदेशी महिला श्रद्धालु “जय जगदीश हरे” भजन गाती नजर आ रही हैं। वीडियो में उनके चेहरे पर प्रसन्नता और भक्ति का भाव साफ झलक रहा है। इतना ही नहीं, इन महिलाओं को यह भजन पूरी तरह याद भी है।
#WATCH | Prayagraj | A group of foreign devotees sing ‘Om Jai Jagdish Hare’ as they attend #MahaKumbh2025 – the biggest gathering of human beings pic.twitter.com/LSVVDuPupU
— ANI (@ANI) January 13, 2025
वीडियो को शेयर करते हुए एएनआई ने कैप्शन में लिखा “महाकुंभ 2025 में भाग लेने आए विदेशी श्रद्धालुओं का एक समूह ‘ओम जय जगदीश हरे’ गाता हुआ नजर आया।”
यह वीडियो न केवल महाकुंभ की भव्यता को दिखाता है बल्कि यह भी साबित करता है कि भारत की आध्यात्मिकता की गूंज पूरे विश्व में है।
महाकुंभ का आध्यात्मिक महत्व
महाकुंभ का आयोजन सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक उन्नति और आत्मशुद्धि का माध्यम भी है। आम श्रद्धालु जहां पुण्य की प्राप्ति और पापों से मुक्ति के लिए गंगा स्नान करते हैं, वहीं साधु-संत इसे आत्मज्ञान और विवेक की प्राप्ति का अवसर मानते हैं।
इस बीच नागा साधुओं के लिए महाकुंभ का महत्व और भी बढ़ जाता है। उनकी दीक्षा प्रक्रिया इसी दौरान संपन्न होती है। नागा साधु शुद्धिकरण के बाद गंगा स्नान करते हैं और अपनी साधना को पूर्णता प्रदान करते हैं।
आध्यात्मिकता और आधुनिकता का संगम
महाकुंभ के दौरान यह साफ दिखता है कि भारत की संस्कृति और आध्यात्मिकता विदेशी श्रद्धालुओं को भी आकर्षित करती है। वहीं सोशल मीडिया के जरिए यह आयोजन पूरे विश्व में चर्चित हो रहा है।