मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित अखिल भारतीय किसान मजदूर महापंचायत में भाग लेने के लिए हजारों किसान, खेत मजदूर और ग्रामीण जुटे हुए हैं। वहीं किसानों की महापंचायत को लेकर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों, खेत मजदूरों और आम लोगों सहित एसकेएम के समन्वय संगठनों जैसे केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का संयुक्त मंच, अन्य ट्रेड यूनियन, महिला संगठन, छात्र संगठन, युवा संगठन और लोकतांत्रिक संगठनों से महापंचायत में भाग लेने की अपील की थी।
ट्रैफिक एडवाइजरी जारी
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी ट्रैफिक एडवाइजरी में कहा गया है कि 14 मार्च 2024 को रामलीला मैदान, जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर किसान महापंचायत होने वाली है। जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत को देखते हुए कई मार्गों पर जाम लग सकता है और कई मार्गों को डायवर्ट किया गया है।
13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे किसान
13 फरवरी को किसान हरियाण के बॉर्डर पर पहुंचे थे। दिल्ली में प्रवेश कर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी। पर उन्हें अनुमति नहीं मिली थी। इसके बाद से किसान सीमा पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान हरियाणा पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई थी। किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सड़कों पर बैरिकेडिंग की गई थी। इस बीच किसानों और सरकार के बीच बातचीत भी हुई।
किसानों की यह हैं मांगें
किसानों का कहना है कि उन्हें स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाया जाए। किसानों और मजदूरों का कर्ज पूरी तरह से माफ किया जाए। इसके साथ ही देशभर में भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को फिर से लागू किया जाए। साथ ही किसानों से लिखित सहमति सुनिश्चित करें। इसके अलावा कलेक्टर दर से 4 गुना अधिक मुआवजा दें। किसानों की मांग है कि लखीमपुर खीरी नरसंहार के अपराधियों को सजा दिलाई जाए। साथ इस घटना में प्रभावित किसानों को न्याय दिलाया जाए।