भिवानी : जैसे-जैसे गर्मी आ रही है, वैसे-वैसे शहर में पेयजल की समस्या भी बढ़ रही है। पेयजल की समस्या गहराने के चलते नागरिक खासे परेशान है तथा बार-बार अधिकारियों से समाधान की गुहार लगाने के अलावा सड़कों पर उतरकर रोष जताने को भी मजबूर है, ताकि प्रशासन का ध्यान नागरिकों की समस्याओं की तरफ जाए तथा उन समस्याओं का समाधान हो।
ऐसा ही एक मामला सोमवार को स्थानीय हनुमान ढ़ाणी क्षेत्र में देखने को मिला, जहां पेयजल समस्या से परेशान नागरिकों का गुस्सा फूटा तथा रोष स्वरूप क्षेत्रवासियों ने वार्ड नंबर-25 के पार्षद विनोद प्रजापति को बंधक बनाया तथा मटका फोड प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया। इस दौरान क्षेत्र की महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे मतदान से भी किनारा करेंगी।
प्रदर्शन कर रही महिला बिमला, लक्ष्मी देवी, रेणु, अनिता, कैलाशो, मीना, सुमन, शीला, सुंदर, रामप्यारी, मंजू, आशा, पूजा, ललिता, मीना, पूजा, सरला ने बताया कि सैनी पुरा व सुगलान ढ़ाणी क्षेत्र में पिछले करीबन एक माह से पेयजल की समस्या ने विक्राल रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि पेयजल की समस्या इतनी गंभीर हो चुकी है उन्हे पानी की एक बूंद के दर्शन हुए कई-कई दिन बीत जाते है। उन्होंने कहा कि पेयजल की किल्लत के चलते उन्हे या मजबूरन पानी खरीदकर पीना पड़ता है या फिर हैंडपंप के सहारे उनका काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि हैडपंप के खारे पानी के प्रयोग के चलते क्षेत्र में त्वचा की बीमारियां फैल रही है। महिलाओं ने कहा कि पेयजल की समस्या के समाधान की मांग को लेकर बीते दिनों प्रशासन को अवगत करवाया गया था, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हुआ। जिसके चलते उनमें रोष बना हुआ है तथा रोष स्वरूप उन्होंने पार्षद को बंधक बनाकर प्रदर्शन किया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी पेयजल की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे मतदान से भी किनारा करेंगी। इस मौके पर पार्षद विनोद प्रजापति ने कहा कि इस क्षेत्र में पेयजल की समस्या काफी विक्राल रूप धारण कर चुकी है। इसीलिए क्षेत्रवासी रोष जता रहे है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों का गुस्सा जायज है, क्योंकि उन्हे क्षेत्रवासियों द्वारा ही चुना गया है। लेकिन वे क्षेत्रवासियों की समस्या का समाधान करवाने असमर्थ है, क्योंकि प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि वे प्रशासन से मांग करते है कि इस क्षेत्र की पेयजल समस्या का जल्द समाधान करवाया जाए।