रोहतक। रोहतक में करीब 10 माह पहले हुमायूंपुर गांव में हुई विवाहिता की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। आरोप है कि विवाहिता के सुसराल वालों ने पुलिस के साथ मिलकर दहेज हत्या को सुसाइड दिखा दिया। आज अदालत के आदेश पर आईएमटी थाने में कंसाला चौकी के तत्कालीन प्रभारी सहित पांच लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304-बी,120-बी,166-ए,166-बी,201,171-ई, 218, 219 व 34 के तहत मामला दर्ज किया है। शिकायत में पीजीआई की महिला डॉक्टर का भी नाम है, लेकिन एफआईआर के अंदर आरोपियों की सूची में नाम नहीं है।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक जेएमआईसी मधुर बजाज की अदालत में सुंडाना निवासी संतोष ने दायर याचिका में बताया कि मार्च 2016 में उसकी पोती अनु की शादी हुमायूंपुर निवासी मोहित से हुई थी। शादी के बाद अनु को ससुराल वाले दहेज के लिए तंग करते थे। कई बार उनको समझाया। उसके दो बेटे हुए, जिनमें एक की उम्र पांच तो दूसरे की तीन साल है। इसके बावजूद आरोपियों की मांग खत्म नहीं हुई। आरोप है कि ससुराल पक्ष कहता था कि तू माता-पिता की इकलौती संतान है। ऐसे में जमीन उनके नाम करवा दे।
अगस्त 2022 में अनु से मारपीट की गई, जिसके चलते उसने कंसाला पुलिस चौकी में शिकायत दी, लेकिन आरोपियों ने माफी मांग कर समझौता कर लिया। नवंबर 2022 को आरोपी मोहित का फोन आया कि अनु ने जहर खा लिया है। वह उसे पीजीआई रोहतक में लेकर आया है। सूचना पाकर उसका बेटा रमेश पीजीआई पहुंचा। उसने परिजनों को फोन कर बताया कि ससुरालियों ने अन्नू की बड़ी बेरहमी से पिटाई कर रखी है और अन्नू के सारे शरीर पर चोट के निशान पड़े हुए है। रमेश ने बताया कि डाक्टरो ने हमे अन्नू से मिलने नही दिया। जब तक रमेश वहाँ पर रहा तब तक कोई पुलिस वाला वहाँ पर नही आया, लेकिन आरोपियों ने अन्नू से नहीं मिलने दिया। अगले दिन अन्नू की मौत हो गई।
इसके बाद आरोपियों ने अनु के पिता अनिल से कोरे कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए। जब अन्नू के परिजनों ने पूछा कि साइन किस लिए लिए हैं तो पुलिस वालो ने कहा कि हमें इस मौत की छानबीन करनी है इसलिए आपकी आज्ञा के लिए आपसे हस्ताक्षर करवा लिये है। डाक्टरों ने कहा कि हमें पोस्टमोर्टम वगैरहा करने के लिए आपकी आज्ञा के लिए कुछ कागजी पर आपके हस्ताक्षर कराने है, उसके बाद अनिल व उसके साथ गये हुए व्यक्तियों ने पोस्टमोर्टम के बाद अन्नू का अंतिम संस्कार करके अपने घर वापिस आ गये।
इसके बाद अनु की मौत को आत्महत्या मानकर अंतिम संस्कार करवा दिया गया। जब अन्नू के अंतिम संस्कार के बाद परिजन अन्नू के ससुराल पहुंचे तो वहाँ पर उन्हें गाँव वालों ने बताया कि ससुरालियों ने अन्नू को पीट-पीट कर मारा है और जहर भी उसे उन्ही लोगों ने दिया है। जब वे डॉक्टर के पास एमएलआर लेने के लिए गए तो डॉक्टर ने शिकायतकर्ता व उसके परिवार वालों को साफ मना कर दिया। कहा कि एमएलआर पुलिस को ही देंगे। वे पुलिस से मिले, उसे बताया गया कि अनु ने आत्महत्या की है। कोई केस नहीं बनता। आप यहाँ पर आकर अपना व हमारा समय बर्बाद मत करो हम आपके इस केस में कोई कार्यवाही नही करेगें।
इसके बाद अन्नू के पिता ने बेटी को न्याय दिलाने के लिए सीएम विंडो पर शिकायत दी। इसके बावजूद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। शिकायतकर्ता को शक है कि पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलीभगत कर ली। अब तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। अदालत के आदेश पर आईएमटी थाने में मोहित, वीरेन्द्र, उषा व पूनम और कंसाला चौकी प्रभारी सोमबीर के खिलाफ केस दर्ज किया है।