रोहतक। रोहतक में इन दिनों बिजली चोरों के खिलाफ निगम सख्त नजर आ रहा है। बिजली चोरी करने वालों पर एफआइआर दर्ज होने के बावजूद भी बिजली चोर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जिले में पिछले आठ माह में 1861 जगहों से अधिक बिजली चोरी पकड़ी है। बिजली निगम के मुताबिक भविष्य में भी कार्रवाई जारी रहेगी। निगम इसके लिए योजना बना रहा है। सबसे ज्यादा चोरी के मामले वाले हिस्सों को चिन्हित किया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में भी जमकर बिजली की चोरी की जा रही है। जिले में बिजली चोरी करने वालों पर विभाग लगातार शिकंजा कस रहा है। एक अप्रैल 2023 से 30 नवंबर तक आठ माह के भीतर विद्युत विभाग ने रोहतक सर्किल में 11653 विद्युत कनेक्शन चेक किए हैं। जिसमें 1861 विद्युत उपभोक्त बिजली चोरी करते पकड़े हैं। बिजली चोरी करने वाले 1771 लोगों पर विभाग की तरफ से बिजली चोरी अधिनियम में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। वहीं इन लोगों पर 1022.25 लाख का जुर्माना भी वसूला गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों में भी 113 इकाइयों में बिजली चोरी पकड़ी है।
शहरी क्षेत्र में एसडीओ तीन के क्षेत्र में आने वाली कलोनियों, वार्डों व मोहल्लों में 410 चोरी के मामले पकडे हैं। वहीँ देहात क्षेत्र में सांपला और कलानौर में सबसे ज्यादा जगह पर बिजली चोरी के मामले दर्ज हुए हैं। विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता मनिंद्र सिंह कादयान ने कहा कि बिजली चोरी रोकने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही चोरी करने वालों पर एफआइआर भी दर्ज कराई जा रही है। वहीं जुर्माना भी वसूल किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिजली चोरी कलानौर में 340 सांपला में 338 पकड़ी हैं। वहीं भालौट में 167, जसिया में 138, महम में 321 बिजली चोरी के मामले पकड़े हैं। कलानौर में बिजली चोरी के सबसे ज्यादा 342 मुकदमें दर्ज हुए हैं।