रोहतक। रोहतक में डेंगू का डंक जानलेवा हो गया है। मच्छर जनित बीमारियां मलेरिया व डेंगू को रोकने में निगम प्रशासन पूरी तरह फेल साबित हो रहा है। कल PGI रोहतक में डेंगू की वजह से पहली मौत हुई है। मौत भी PGI में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर की हुई है। नर्सिंग ऑफिसर इंदू 28 साल की थी और 15 दिन से डेंगू की वजह से भर्ती थी। लगातार इलाज के बाद भी उनकी हालत में सुधर नहीं हुआ। जिले में इस सीजन में डेंगू के मौत का यह पहला मामला है।
नर्सिंग ऑफिसर की मौत की घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और अलर्ट हो गया है। बता दें कि श्रीनगर कॉलोनी के रहने वाली इंदू पीजीआईएमएस में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर तैनात थी। उनकी ड्यूटी फिलहाल ब्लड बैंक में थी। इंदू को करीब 15 दिन पहले डायरिया हुआ था। डायरिया इतना भयानाक था कि बॉडी फलूड चला गया। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में भर्ती करवाया। डेंगू की संभावना के चलते रक्त के नमूने की जांच की गई, जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई। डॉक्टर का इलाज पीजीआई में चल रहा था। लेकिन इलाज के बाद भी सुधार नही हुआ। हालत इतनी खराब हुई कि इंदू का ब्रेन डेड हो गया। आखिरकार डेंगू से लड़ते हुए नर्सिंग ऑफिसर की शुक्रवार को मौत हो गई।
जिले में डेंगू का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा। अब तक जिले में डेंगू के 204 मरीज मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा मरीज 167 केस अगस्त में मिले हैं। सितंबर के 8 दिनों में 18 नए मरीज मिल चुके हैं। प्रशासन दावा कर रहा है की सभी जगह फोगिंग चल रही है, एंटी लारवा एक्टिविटी चल रही है, लेकिन डेंगू के मरीज रुकने का नाम नहीं ले रहे। लिखित में भले ही आकर दोहरे सैंकड़े का है लेकिन मरीजों की तादाद इससे कही अधिक है। शहर के लगभग सभी अस्पताल डेंगू मरीजों से फुल चल रहे हैं और अस्पताल मरीजों के परिजनों से प्लेटनेट्स और जाँच के मनमाने पैसे वसूल रहे हैं।