delta airline : कहते हैं कि जब भगवान खुद इंसान की मदद नहीं कर पाते, तो वह अपने देवदूत भेजते हैं। हाल ही में अमेरिका की डेल्टा एयरलाइन्स और उसके कर्मचारियों ने यह साबित किया। एक लड़की को उसकी बीमार मां से आखिरी बार मिलने में मदद करके उन्होंने इंसानियत की मिसाल पेश की।
delta airline मां के पास पहुंचने की जद्दोजहद
हैना व्हाइट की मां कैथलीन नीलसन को निमोनिया हो गया था, जो अंत समय तक पकड़ में नहीं आया। इससे उनके शरीर के अंग धीरे-धीरे खराब होने लगे। अस्पताल से डॉक्टरों ने हैना को खबर दी कि उनकी मां के पास जिंदगी के चंद घंटे बचे हैं। हैना ने तुरंत टेक्सास के डालास से नॉर्थ डकोटा जाने के लिए फ्लाइट बुक की। हालांकि, यह एक कनेक्टिंग फ्लाइट थी, जिसमें मिनेपॉलिस से दूसरी फ्लाइट पकड़नी थी।
delta airline फ्लाइट की देरी ने बढ़ाई चिंता
डालास से उड़ान भरने वाली फ्लाइट में तकनीकी समस्या के कारण देरी होने लगी। हैना को लगा कि वह अपनी मां से आखिरी बार मिलने से चूक जाएंगी। घबराई हुई हैना ने अपनी समस्या फ्लाइट की एयर होस्टेस को बताई। यह सुनकर हैना की आंखों से आंसू निकल आए। एयर होस्टेस ने तुरंत इस बात की जानकारी पायलट को दी।
पायलट ने बढ़ाया मदद का हाथ
डेल्टा फ्लाइट के पायलट कीथ नोपोलिटानो ने इस मामले में मानवीयता दिखाते हुए मिनेपॉलिस की दूसरी फ्लाइट के पायलट से संपर्क किया। उन्होंने हैना के पहुंचने तक विमान को रुकने के लिए कहा। इसके अलावा, हैना की सीट बदलकर उन्हें आगे की सीट दी गई, ताकि उन्हें विमान से उतरने और दूसरी फ्लाइट पकड़ने में आसानी हो। दूसरे विमान में भी यही विशेष व्यवस्था की गई।
मां के साथ बिताए अतिरिक्त 24 घंटे
डेल्टा एयरलाइन्स के कर्मचारियों की इस मदद से हैना न केवल वक्त पर अपनी मां तक पहुंच गईं, बल्कि उन्हें अपनी मां के साथ 24 अतिरिक्त घंटे बिताने का मौका मिला। उनकी मां की मौत अगले दिन हुई। इस बात की तसल्ली हैना को है कि वह अपनी मां के आखिरी वक्त में उनके पास थीं।
सोशल मीडिया पर तारीफों का तांता
हैना ने इस घटना को साझा करते हुए टिकटॉक पर डेल्टा एयरलाइन्स और उसके कर्मचारियों की तारीफ की। उनकी इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर लोग डेल्टा एयरलाइन्स की सराहना कर रहे हैं। यह घटना न केवल एयरलाइन की उत्कृष्ट सेवा का उदाहरण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि मानवीयता आज भी सबसे ऊपर है।