Friday, May 3, 2024
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रोहतक में फिर से कोरोना की आहट, कोविड -19 के 3 केस मिले, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

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रोहतक में स्वास्थ्य विभाग ने इसी सप्ताह 273 लोगों के सैंपल लेकर कोविड जांच की है। 16 मार्च के बाद जिले में तीन केस मिल चुके, कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट जारी हुआ है। लेकिन अस्पतालों और पीजीआई में डॉक्टर और स्टाफ अभी भी मास्क नहीं लगा रहे।

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रोहतक। रोहतक में बदलते मौसम की वजह से बुखार- खांसी के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अधिकतर घरों में लोगों को बुखार, खांसी जुकाम के लक्षण सामने आ रहे हैं। वहीं कोविड के मरीज भी मिलने लगे हैं। एक हफ्ते में 3 लोगों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। ऐसे हालात में स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने सभी चिकित्सकों को सतर्क किया है। साथ ही सामान्य अस्पताल में इंफ्लुएंजा के मरीजों के लिए स्पेशल वार्ड बनाया गया है। सामान्य अस्पताल में भी बुखार के ज्यादा मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। जिनमें ज्यादा गम्भीर लक्षण हैं, उनके टेस्ट किए जा रहे हैं।

कोरोना के बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट किया है। इसमें सभी जगहों पर मास्क लगाने के आदेश दिए हैं। वहीं बुजुर्गों का ऑक्सीजन लेबल भी जांचने के आदेश हैंं। इन सबके बाद भी बाजार और सार्वजनिक स्थान तो छोड़िए किसी भी अस्पताल यहां तक की पीजीआई में भी मॉस्क के नियम का पालन नहीं हो रहा है। यहां न तो चिकित्सक मास्क लगा रहे और न मरीज। ओपीडी में भी डॉक्टर बिना मास्क के भी मरीजों की जांच कर रहे हैं।

पीजीआई एमरजेंसी वार्ड में बिना मास्क के पेशेंट देखते हुए डॉक्टर

विभाग ने इसी सप्ताह 273 लोगों के सैंपल लेकर कोविड जांच की है। अभी केवल तीन मरीज ही मिले हैं। कोविड लहर के बाद से लेकर अब तक 772633 लोगों की जांच की है। जिनमें से 739128 लोग नेगेटिव मिले हैं। विगत दिनों 578 लोगों की मौत हो चुकी है। 273 रिपोर्ट का इंतजार है। रोहतक में अब तक कोविड के 33232 मरीज मिल चुके हैं। कोविड रिकवरी रेट 98.20 प्रतिशत है।

कोरोना के खतरे के बीच स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की है। बचाव के लिए मास्क लगाना जरूरी है। सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने सतर्क रहने की सलाह दी है और कहा है कि आने वाले दिनों में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। इसलिए जितना हो सके सावधानी रखें। लक्षण सामने आने के बाद आइसोलेट रहे। चिकित्सक से अपना उपचार करवाएं।

कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों, बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने उन्होंने अस्पतालों में किसी भी तरह की परेशानी लेकर आने वाले बुजुर्गों का ऑक्सीजन लेवल चेक करना जरूरी है। क्योंकि कोरोना की पिछले लहर के दौरान बुजुर्गों को अधिक परेशान होना पड़ा था। इनको कोरोना के हल्के लक्षण होने पर सांसों पर संकट हो सकता है। अधिकतर बुजुर्गों को पहले ही सांस की दिक्कत होती है।

सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को पूरी तरह अलर्ट किया गया है। आमजन को भी सतर्क रहने की जरूरत है। कोविड के दो मामले सामने आए हैं। जिनका उपचार किया गया है। कोविड के सेम्पल लेकर मरीजों का पता लगाया जा रहा है। हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

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