हिसार। हरियाणा के मौसम में बारिश शुरू होते ही बदलाव आ चुका है। महीने भर कड़ाके की ठंड के बाद अब कल से राज्य के लगभग सभी जिलों में बारिश हो ही रही है। बारिश की बूंदों के साथ ही किसानों के अरमान पलकों पर उतर आए। सर्द मौसम में गिरीं बूंदों से अच्छी फसल की आस बंधी। आशा यह भी जागी कि अगले चार दिनों तक मौसम का मिजाज कमोबेश ऐसा ही रहेगा। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश फसलों के लिए लाभदायक सिद्ध होने वाली है। वहीँ बारिश और घने कोहरे की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। आज भी प्रदेश में मौसम खराब रहने वाला है। आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवा चलने की संभवाना है।
हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि
मौसम विभाग ने घना कोहरा, आकाशीय बिजली गिरने और तेज-आंधी तूफान को लेकर आज (गुरुवार, 1 फरवरी को) हरियाणा में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा 2 और 3 फरवरी के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग की ओर से लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है। मौसम विशेषज्ञों ने बताया है कि इस दौरान 30-40 किलोमीटर स्पीड से हवाएं भी चलेंगी। वहीं, 2 फरवरी को धुंध रहने की संभावना है। 3 और 4 फरवरी को फिर से बारिश की संभावना है। मौसम में आए इस बदलाव से दिन के तापमान में 0.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि रात के तापमान में 0.4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। बताया जा रहा है की पिछले 14 साल में जनवरी के दिन सबसे ठंडे रहे। 8 साल में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है।
अम्बाला में सुबह जमकर गिरे ओले
हरियाणा के अंबाला में गुरुवार सुबह जमकर ओले गिरे। कुछ देर में ही धरती सफेद हो गई। यहां तड़के से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ है। सुबह से तेज हवा के साथ पहले बूंदाबांदी हुई उसके बाद ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि से फसल को नुकसान पहुंचने की आशंका बनी हुई है। मौसम विभाग ने 2 फरवरी को भी ओरेंज अलर्ट जारी करते हुए अंबाला में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। 3 फरवरी को धुंध पड़ने के आसार हैं तो 4 फरवरी को फिर बारिश होगी। हालांकि, 5 फरवरी से मौसम साफ होने की संभावना है।
सालों बाद बनी ऐसी स्थिति
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, साल 2016 के बाद ऐसी स्थिति आई है, जब जनवरी में कम बारिश हुई है। दिसंबर 2023 में भी 2.8 मिमी बारिश हुई थी, तब 54 फीसदी की कमी आंकी गई थी। 1 फरवरी 2024 को भी बारिश की संभावना है।
इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट
हिसार के अलावा यमुनानगर, रोहतक, करनाल, पानीपत, झज्जर में वर्षा हुई। भिवानी का न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री तक पहुंच गया। हरियाणा मौसम विभाग के अनुसार बृहस्पतिवार को 11 जिलों में ओरेंज अलर्ट और 8 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें पंचकूला, सिरसा, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, अंबाला, यमुनानगर, जींद, फतेहाबाद, सोनीपत, पानीपत शामिल हैं। साथ ही इन जिलों में बारिश के आसार भी बने हुए हैं। तेज गति से हवाएं चलेंगी। वहीं, इससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। साथ ही झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, रोहतक, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी यलो अलर्ट जारी किया गया है।
आकाशीय बिजली गिरने की संभावना
हालांकि मौसम में हुए बदलाव के चलते न्यूनतम तापमान में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है, मगर अधिकतम तापमान कुछ कम जरूर हुआ। इसके अलावा चरखी-दादरी, भिवानी, झज्जर, बहादुरगढ़, बेरी खास, सांपला, रोहतक, बवानी खेरा, हांसी, खरखौदा, सोनीपत, गन्नौर, समालखा, करनाल, महम, गोहाना, पानीपत, शाहबाद, असंध, जगाधरी, कैथल, अंबाला और पंचकूला में आकाशीय बिजली गिरने के साथ-साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अचानक से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
फसलों को बारिश से फायदा
हरियाणा में बारिश या ठंड से फसलों को फायदा मिल रहा है। साथ ही इस वर्षा से पैदावार भी अच्छी होने की उम्मीद है। गेहूं के लिए अलावा अन्य फसलों के लिए यह भी वर्षा फायदेमंद रहेगी। सरसों और गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा, क्योंकि पिछले 2 महीने में बारिश नहीं हुई है। हालांकि जनवरी का महीना पूरी तरह से सूखा रहा है। जनवरी में आज से पहले 2016 में राज्य में सामान्य से 99 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। 2006 में 2.4 एमएम, 2007 में 0.5 एमएम , 2008 में 2.2 एमएम, 2009 में 3.9 एमएम और 2011 में 0.8 एमएम बारिश हुई थी।