सोनीपत। हरियाणा जिंदल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर द्वारा छात्राओं को बम बनाने की ट्रेनिंग देने का मामला सामने आया है। दरअसल हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने डीजीपी को एक पत्र लिखकर दावा किया है कि सोनीपत की जिंदल यूनिवर्सिटी में एक महिला प्रोफेसर द्वारा छात्राओं को बम बनाने की ट्रेनिंग दी ही प्रोफेसर ने छात्राओं को राहुल गाँधी के नाम से फेक अकाउंट बनाने का दबाव डाला है। इसको लेकर जब और सबूत निकाले गए तो बहुत सारे इस मामले के जैसे अन्य मामले भी निकलकर आये हैं।
जानकारी के अनुसार हरियाणा के सोनीपत स्थित ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को लेकर हरियाणा महिला आयोग (HWC) की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बड़े दावे किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि जिंदल यूनिवर्सिटी में देश विरोधी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने हरियाणा पुलिस महानिदेशक को 4 दिन पहले पत्र लिखा है, जिसमें कहा है यह राष्ट्र सुरक्षा का मामला है, इस पर गंभीरता से काम करें। उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में यूनिवर्सिटी की एक महिला प्रोफेसर सविना दिलवई का नाम सामने आया है। उसने छात्राओं को बंबल एप पर फेक अकाउंट बनाने के लिए कहा था। छात्राओं ने हालांकि ऐसा करने से इनकार कर दिया था।इसके साथ ही छात्राओं पर राहुल गांधी के फेक अकाउंट बनाने का भी दबाव डाला गया। उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से कहना चाहूंगी कि उन्हें भी इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि उनके नाम का गलत इस्तेमाल हुआ है।
महिला आयोग की चेयरमैन ने बताया कि इस मामले में जांच करने पर कई अन्य खुलासे भी हुए हैं, जिसके साक्ष्य ट्यूब व X पर भी हैं। यह भी बात सामने आई है कि जेएनयू के एक पूर्व प्रोफेसर अचिल विनायक भी जिंदल यूनिवर्सिटी में आए थे उन्होंने फिलिस्तीन व हमास के विषय पर चर्चा की थी। इसके साथ ही उन्होंने मानव बम कैसे बनाया जाता है, इसके बारे में भी बताया और भारतीय सेना के खिलाफ भी बात की।इस मामले में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं हरियाणा के ग्रह मंत्री अनिल विज से भी शिकायत की है। उन्होंने बताया कि जिंदल यूनिवर्सिटी मामले में पहले वीसी ने घटना से इनकार कर दिया था, जब उन्हें सबूत दिखाए गए तो उन्होंने माफी मांगी है।
रेणु भाटिया ने बताया कि सोनीपत के पुलिस कमिश्नर को मामला दर्ज करने को कहा है। जींद व उचाना के स्कूलों में सामने आ रहे मामलों को लेकर रेणु भाटिया ने कहा कि यह ऐसे मामले हैं, जो बेहद गंभीर हैं। जींद में प्रिंसिपल अरेस्ट हुआ। उसके बाद कैथल मामले में हमारी दखल के बाद प्रिंसिपल अरेस्ट हुआ है। बच्चियों के साथ छेड़छाड़ के झज्जर और अंबाला की भी शिकायत आई है जिसको हम चेक करेंगे।उन्होंने आह्वान किया कि राष्ट्रीय व राज्य महिला आयोग दोनों आपके साथ है। बेटियों को शोषण से बचाने के लिए एक मैकेनिज्म बनाने की जरूरत है।