पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार में तेजी आई है, लेकिन इसके साथ ही धोखाधड़ी के मामलों में भी इजाफा हुआ है। हाल ही में, अफ्रीकी देश नाइजीरिया की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े एक बड़े स्कैम में 792 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इनमें 148 संदिग्ध चीन और फिलीपींस के नागरिक हैं।
लागोस में कॉल सेंटर से पकड़े गए आरोपी
नाइजीरिया की आर्थिक राजधानी लागोस में एक सात मंजिला इमारत से इन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। नाइजीरिया के आर्थिक और वित्तीय अपराध आयोग (EFCC) के प्रवक्ता विल्सन उवुजारेन ने बताया कि यह इमारत एक कॉल सेंटर के तौर पर इस्तेमाल हो रही थी, जहां से अमेरिका और यूरोप के लोगों को निशाना बनाया जा रहा था। आरोपी व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे थे।
जाली क्रिप्टो स्कीम्स में निवेश का दबाव
स्कैमर्स, पीड़ितों को जाली क्रिप्टोकरेंसी योजनाओं में निवेश करने के लिए मजबूर करते थे। अमेरिकी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष क्रिप्टो स्कैम्स में 53 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। 2022 में, क्रिप्टो फ्रॉड के जरिए 3.94 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, जो 2021 में 2.57 अरब डॉलर था।
सोशल मीडिया पर जालसाजों का जाल
इस तरह के धोखाधड़ी मामलों में स्कैमर्स आमतौर पर सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं। वे उच्च रिटर्न का लालच देकर पीड़ितों को फंसाते हैं और जाली टोकन्स में निवेश के लिए प्रेरित करते हैं। FBI के अनुसार, पिछले वर्ष वित्तीय धोखाधड़ी की लगभग 8,80,400 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें 12.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
सुरक्षा उपायों पर जोर
FBI ने क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को सलाह दी है कि वे टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) जैसे सुरक्षा उपायों को अपनाएं। इससे उनके फंड्स को बिना उनकी अनुमति के ट्रांसफर करना संभव नहीं होगा।
बढ़ते स्कैम्स से निपटने के लिए नियम बनाने की तैयारी
कई देशों में रेगुलेटर्स क्रिप्टो से जुड़े फ्रॉड को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बावजूद, जालसाज नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं। क्रिप्टो निवेशकों को सतर्क रहने और किसी भी ऑफर की जांच करने की जरूरत है।