रोहतक : निशुल्क कानूनी सहायता के संबध मे भारत के सबसे बड़े पर्व राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस की पावन वेला पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश निरजा कुलवंत कलसन के मार्गदर्शन में सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव डॉ.तरन्नुम के नेतृत्व में प्राधिकरण के प्रांगण में बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर एक विशेष जागरुकता मार्च का आयोजन किया गया, जिसे सीजेएम डॉ. तरन्नुम खान ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह जागरूकता मार्च शहर के विभिन्न चौराहों से होता हुआ प्राधिकरण के कार्यालय में संपन्न हुआ। डॉ. तरन्नुम खान ने अपने संदेश में कहा कि राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस का महत्व महज एक उत्सव मनाने से कही अधिक है, यह निशुल्क कानूनी सहायता की उपलब्धता के बारे में जन जागरूकता बढ़ाता है। देश के सभी नागरिकों के लिए तर्कसंगत और उचित न्याय प्रकिया सुनिश्चित कराने के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 पूरे देश में 9 नवंबर 1995 को प्रभावी रुप से व इस आह्वान के साथ लागू किया गया कि नागरिकों को उचित, निष्पक्ष और सुनिश्चित न्याय मिलें।
सीजेएम डॉ. तरन्नुम खान ने कहा कि हर वर्ष 9 नवंबर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। संविधान के अनुच्छेद 39 ए गरीब व समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सहायता प्रदान करने का जनादेश देता है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण को एक प्रमुख दायित्व सौंपा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों, गरीब बस्तियों व स्लम कालोनियों में समस्त कमजोर वर्गों को उनके अधिकारों के साथ ही लोक अदालतों के माध्यम से विवादों को सुलझाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए व शिक्षित करने के उद्देश्य से विधिक सहायता शिविरों का आयोजन किया जाए तथा कानूनी जागरुकता व साक्षरता कार्यक्रमों के माध्यम से नागरिकों को जागरूक किया जाए। विशेषकर हाशिये पर पड़े समुदाय के लोगों के लिए न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक मंच के रूप मे कार्य करता है। इस अवसर पर जिला न्यायालय के प्रांगण में पुराने मुकदमो के निपटारे के लिए एक विशेष लोक अदालत का आयोजन किया गया।
प्राधिकरण के डिप्टी चीफ डिफेंस काउंसल राजबीर कश्यप ने आकाशवाणी रोहतक के माध्यम से न्याय सबके लिए के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया तथा नालसा की विशेष हैल्प लाईन नंबर 15100 का विशेष रूप से प्रचार-प्रसार किया गया। इस अवसर पर सभी एलएडीसी, संदीप कुमार, आषूतोश शर्मा, सतबीर मेहरा, सुदीप गहलोत, शशी कांत व विधार्थीगण उपस्थित रहे।