Delhi Election: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली के जाट समुदाय को आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 10 सालों से बीजेपी ने दिल्ली के जाट समाज के साथ धोखा किया है।
‘दिल्ली के जाटों के साथ अनदेखी’
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के जाट समुदाय को केंद्र सरकार के किसी भी कॉलेज, यूनिवर्सिटी या संस्थान में आरक्षण नहीं मिलता। वहीं, राजस्थान के जाटों को दिल्ली में आरक्षण का लाभ दिया जाता है, लेकिन दिल्ली के जाट समाज को इससे वंचित रखा गया है।
केंद्र की बीजेपी सरकार दिल्ली के जाट समाज के साथ अन्याय कर रही है। https://t.co/aNn4joXPjz
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 9, 2025
उन्होंने कहा कि दिल्ली की राज्य ओबीसी लिस्ट में कुछ जातियां शामिल हैं, जिन्हें केंद्र की ओबीसी लिस्ट में जगह नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो वो जाटों के आरक्षण के लिए संघर्ष करेंगे। ये बयान जाट समुदाय के बीच उनकी लोकप्रियता को बढ़ा सकता है।
पीएम मोदी को लिखा पत्र
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वादे को पूरा करने की मांग की है। उन्होंने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री को याद दिलाया है कि जाट समाज और अन्य जातियों को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल किया जाए। यदि बीजेपी ऐसा नहीं करती, तो मैं इन समुदायों के लिए संघर्ष करूंगा और उन्हें उनका हक दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाऊंगा।”
पिछले 10 वर्षों में केंद्र की BJP सरकार ने दिल्ली के जाट समुदाय से चार बार OBC आरक्षण का वादा किया, लेकिन उसे पूरा नहीं किया। दिल्ली के जाट समाज को भी केंद्र की OBC सूची में शामिल किया जाए।
इस मुद्दे पर मैंने प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया है कि वो दिल्ली के जाट… pic.twitter.com/2e7WMdcLBg
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