रोहतक। रोहतक के अमित पंघाल और भिवानी के सचिन सिवाच के पंच का जादू एक बार फिर चला और इन हरियाणवी मुक्केबाजों ने देश को गोल्ड दिलाया है। आपको बता दें बुल्गारिया के सोफिया में चल रहे स्ट्रैडजा टूर्नामेंट में हरियाणवी मुक्कबाजों ने अपना दमखम दिखाया। 57 किलो भार में भिवानी के सचिन सिवाच जूनियर और 51 किलो में रोहतक के अमित पंघाल ने स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। इनकी जीत से कोच गदगद हैं। टेकराम ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। घर आने पर जोरदार स्वागत होगा।
जानकारी के अनुसार विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता अमित पंघाल और सचिन सिवाच ने 75वें स्ट्रैंड्जा मेमोरियल मुक्केबाजी प्रतियोगिता में रविवार को सोफिया में स्वर्ण पदक जीते जबकि निकहत जरीन और तीन अन्य भारतीयों को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। विश्व चैंपियनशिप 2019 के रजत पदक विजेता अमित पंघाल ने स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में पुरुषों के 51 किग्रा में कजाकिस्तान के 2023 विश्व चैंपियन संझार ताशकेनबे पर 5-0 से जीत के साथ स्वर्ण पदक जीता। विश्व युवा चैंपियन सचिन (57 किग्रा) ने उज्बेकिस्तान के शेखज़ोद मुजाफारोव को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने पिछली बार इस प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल किया था।
हालांकि दो बार की विश्व चैंपियन ज़रीन (50 किग्रा), अरुंधति चौधरी (66 किग्रा), बरुण सिंह शगोलशेम (48 किग्रा) और रजत (67 किग्रा) को अपने-अपने मुकाबलों में हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा। ज़रीन उज्बेकिस्तान की 20 वर्षीय सबीना बोबोकुलोवा से हार गईं। राष्ट्रीय चैंपियन अरुंधति को मौजूदा विश्व चैंपियन चीन की लियू यांग से 1-4 से जबकि बरुण को किर्गिस्तान के खोडज़िएव अनवरज़ान से हार का सामना करना पड़ा। सेमीफाइनल में वॉकओवर पाने वाले रजत कजाकिस्तान के बेखबाउव दुलत से 2-3 के मामूली अंतर से हार गए।
घर वापसी पर होगा जोरदार स्वागत
खिलाड़ियों के प्रेरक एडवोकेट राज नारायण पंघाल और सचिन के कोच अनिल टेकराम ने कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और उनका घर वापसी पर जोरदार स्वागत किया जाएगा। इस शानदार जीत पर उन्होंने विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एफएमआर सीडब्ल्यूजी चैंपियन अमित जीत की राह पर लौट आए हैं लेकिन वह फरवरी में इटली में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर में प्रतिस्पर्धा में नहीं खेलेंगे।