हरियाणा। हरियाणा में आज सभी सब्जी मंडी बंद रहेंगी। आज पूरे हरियाणा में सब्जी मंडी के एसोसिएशन हड़ताल पर रहेंगे। जिसके चलते आसार लगाए जा रहे हैं की अबकी बार फिर सब्जियां महंगी हो कस्ती हैं जिसे से लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। एसोसिएशन ने ये हड़ताल सब्जियों पर सरकार द्वारा लगाया गया एडंवास टैक्स को लेकर की है।
हरियाणा की सब्जी मंडियों में हड़ताल
आढ़तियों का कहना है कि उपयुक्त दो मांगों के लिए वे पहले भी सरकार के समक्ष अपनी बात रख चुके हैं लेकिन सरकार की ओर से मांगों को मानने का आश्वासन दिया था। अभी तक उनकी मांगो पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जहां सरकार मार्केट फीस को कम करने के मान गई थी। आढ़तियों की मांग थी कि मार्केट फीस को पूरी तरह से माफ कर दिया जाए। इसके लिए एसोसिएशन पिछले दो वर्षों से जुटी हुई है। आढ़तियों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान सरकार की ओर से मंडियों पर मार्केट फीस लगाई गई थी। लेकिन सरकार ने उन्हें कहा था कि हालात सुधरने के बाद इसे वापिस ले लिया जाएगा। लेकिन अभी तक भी इस फीस को वापस नहीं लिया है। अंबाला छावनी की होल सेल सब्जी मंडी एसोसिएशन के सदस्य जोगिंद्र बिंद्रा ने बताया कि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी है। जिसके चलते पूरे प्रदेश में सब्जी मंडियां बंद रहेंगी। उन्होंने बताया कि अंबाला छावनी की मंडी में रोजाना 15 रुपए तक की बिक्री होती है।
सब्जियों और फलों के बढ़ेंगे दाम
हड़ताल के कारण लोगों को सब्जी मिलने में परेशानी होगी तो वहीं सब्जियों व फलों के दामों में भी उछाल देखने को मिलेगा। बीते वर्ष 21 दिसंबर को हुई हड़ताल के कारण भी लोगों को सब्जी और फल मिलने में परेशानी हुई थी। इतना ही नहीं सब्जियों व फलों की मांग को देखते हुए उनके दाम भी दो गुना हो गए थे। ऐसे में एक बार फिर से हड़ताल होने के कारण आमजन को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
हड़ताल के सिवाय नहीं कोई विकल्प
नई सब्जी एवं फल मंडी एसोसिएशन के चेयरमैन अमर नाथ बिरला ने बताया कि हमने पहले भी सरकार को इन मांगो को लेकर पत्र सौंपें थे। लेकिन सरकार ने हामी भरने के बाद भी उनकी मांगों को नहीं माना है। जिसके चलते अब उनके पास हड़ताल के सिवाय कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है।