रोहतक। रोहतक में दीपावली के त्योहार से पहले प्रशासन ने कमर कस ली है। शहर में बढ़ रही भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने बाजारों में रेहड़ी व फड़ी लगाने पर रोक लगा दी है। दीपावली तक ऐसे दुकानदार प्रशासन द्वारा तय की गई 11 जगहों पर ही रेहड़ी व फड़ी लगाकर सामान बेच सकेंगे। इसके लिए उन्हें प्रशासन से कोई अनुमति भी नहीं लेनी होगी। साथ ही बाजारों में नई रेहड़ी लगाने के लिए प्रशासन द्वारा कोई अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा दुकानदारों के आग्रह पर उन्हें त्योहार के समय तक दुकान के बाहर तीन फीट तक सामान रखने की छूट भी दी गई है। पुलिस बाजार से रेहड़ी हटाने के लिए अभियान चलाएगी।
उपायुक्त अजय कुमार ने अपने कार्यालय में त्योहारी सीजन में बाजारों की व्यवस्था को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। इसमें मुख्य रूप से मेयर मोहन गोयल, सहायक आयुक्त अंडर ट्रेनिंग अंजलि श्रोत्रिय, एसपी हिमांशु गर्ग, एसडीएम राकेश सैनी व नगर निगम के संयुक्त आयुक्त विजय सिंह मलिक मौजूद रहे। इस दौरान सामने आया कि शहर में जाम बढ़ रहा है। इसकी बड़ी वजह रेहड़ी और दुकानदारों का अतिक्रमण है। इसलिए यह फैसला लिया गया कि रेहड़ी लगाने के लिए अलग जगह दे दी जाए ताकि शहर में जाम न लग सके। साथ ही शहर में रेहड़ी लगाने पर दीपावली तक रोक भी लगाई जाए।
उपायुक्त ने कहा कि दुकानदारों द्वारा सहयोग करने से ही यातायात व अन्य व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सकता है। त्योहारों पर बाजारों में भीड़ बढ़ जाती है, प्रशासन ने दुकानों के सामने से अतिक्रमण हटवाने के लिए अभियान चलाया। इस दौरान दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की कि त्योहार का सीजन है। ज्यादा सामान स्टॉक किया गया है, जो दुकान में नहीं आ सकता। इसलिए इन दिनों तक सामान बाहर रखने की छूट दी जाए। इसके बाद प्रशासन ने मीटिंग में दुकान के बाहर तीन फीट तक सामान रखने की छूट दी है।
त्योहार के बाद जिला प्रशासन की नगर निगम के अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों के साथ विशेष मीटिंग होगी। जिसमें वेंडिंग जोन बनाने की योजना को सिरे चढ़ाया जाएगा। तक तक के लिए अस्थाई तौर पर व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार ने 5 साल पहले रोहतक में 11 जगह वेंडिंग जोन बनाने की योजना शुरू की थी। नगर निगम की तरफ से ये जोन बनाने थे, लेकिन रेहड़ी व फड़ी संचालकों का पंजीकरण पूरा न होने के कारण जोन नहीं बनाए जा सके। सरकार ने अब निगम को 20 अक्तूबर तक रेहड़ी और फड़ी संचालकों का पंजीकरण करने का समय दिया हुआ है। इसके बाद वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे। इस समय तक चार हजार से ज्यादा रेहड़ी, फड़ी चालक रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
प्रशासन की ओर से तय किया गया है कि दिवाली पर ही कारोबार करने वाले 11 जगह रेहड़ी व फड़ी लगा सकते हैं। इसमें पुराना आईटीआई ग्राउंड, पुराना बस स्टैंड, भगत सिंह पार्किंग, गांधी कैंप, नया बस स्टैंड के पास, शिवाजी कॉलोनी, केंद्रीय विद्यालय के नजदीक दिल्ली बाईपास, राजकीय विद्यालय ग्राउंड हिसार रोड, पुरानी सब्जी मंडी के पीछे, मेडिकल मोड़ के साथ नगर निगम की पार्किंग व सेक्टरों की मार्केट में रिक्त स्थान शामिल है। इन स्थानों पर रेहड़ी व फड़ी लगाने के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।
उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि शहर में त्योहार की वजह से काफी भीड़ हो गई है। बाजारों में जाम लगने लगा है। दुकानदारों को केवल तीन फीट तक बाहर सामान रखने की छूट दी गई है। इसके अलावा रेहड़ी, फड़ी वालों के लिए 11 जगह निर्धारित की गई हैं। जहां वे दीपावली तक सामान बेच सकेंगे। इसके लिए उन्हें कोई अनुमति नहीं लेनी होगी। शहर में जगह-जगह रेहड़ी लगाने पर रोक लगा दी गई है। यह योजना केवल दीपावली तक लागू रहेगी। इसके बाद अलग से व्यवस्था कर वेंडिंग जोन बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।