रोहतक : उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने हाईवे पर ट्रक जैसे भारी वाहनों को खड़ा करने पर उनके चालान करने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में सड़क सुरक्षा को लेकर अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि नेशनल हाईवे पर भारी वाहनों को खड़ा करना गैरकानूनी है और यह सडक़ दुर्घटना का कारण बनते हैं। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में हाईवे पर ट्रक या अन्य भारी वाहन के खड़ा रहने की वजह से सडक़ दुर्घटना होती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों को रात के समय नेशनल हाईवे पर पेट्रोलिंग करने के भी निर्देश जारी किए।
एक्सप्रेस वे के दोनों और 500 मीटर के दायरे में कोई भी निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए
जिला योजनाकार को निर्देश देते हुए उपायुक्त ने कहा कि अगले एक सप्ताह के भीतर नेशनल हाईवे पर बनाए गए अवैध कट व ढाबों को हटाकर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि एक्सप्रेस वे के दोनों और 500 मीटर के दायरे में कोई भी निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए। अगर कहीं पर ऐसा निर्माण कार्य हुआ है तो उसे तुरंत प्रभाव से हटाया जाए।
उपायुक्त ने कहा कि सड़क दुर्घटना की स्थिति में घायलों के तुरंत उपचार की सुविधा की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि जिला में 65 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत पैनल पर है। उन्होंने आमजन का आह्वान किया कि अगर कोई व्यक्ति सडक़ दुर्घटना में घायल हो जाता है तो उसे तुरंत पैनल के अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाएं। इन सभी अस्पताल में बिना किसी शर्त के डेढ़ लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करने का प्रावधान सरकार की योजना के तहत किया गया है। उन्होंने रॉन्ग साइड से चलने वाले वाहनों के चालान करने के भी निर्देश दिए।
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का चालान काटे
सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्राधिकार में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों का चालान काटे। सुरक्षित वाहन पॉलिसी की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने एरिया के डीएसपी के साथ स्कूली बसों की चेकिंग करें। इन बसों में कमी पाए जाने पर बाकायदा उन्हें नोटिस जारी किया जाए। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जो स्कूल बसें नियमों का उल्लंघन करके सडक़ों पर चल रही है, तो उन्हें जब्त किया जाएगा।
शिक्षण संस्थानों के आसपास की दुकानों की निगरानी रखी जाए
उपायुक्त खड़गटा ने एनकोड की बैठक की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि शिक्षण संस्थानों के आसपास की दुकानों की निगरानी रखी जाए, कहीं इन दुकानों से नशीले पदार्थ की बिक्री तो नहीं की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यालय परिसर में यह सुनिश्चित करें कि नशे से संबंधित पौधे तो नहीं पनप रहे है। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर से नशा बेचने व नशा करने वालों का डाटा प्रशासन द्वारा एकत्रित किया जा रहा है और उसके आधार पर आगामी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने शराब की अवैध बिक्री करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए और कहा कि अगर कहीं पर शराब के अवैध आहते चल रहे हैं, तो इस स्थिति में एफआईआर दर्ज करके आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाए। बैठक में पीसी पीएनडीटी एक्ट को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए गए। इसके अलावा बंधुआ मजदूरी, अवैध माइनिंग, बाल श्रम, सिंचाई, बिजली, यातायात, टाउन प्लानिंग आदि को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किए गए।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार, एसडीएम सांपला उत्सव आनंद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशि शेखर, महम के एसडीएम दलबीर फौगाट, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की सचिव मेजर गायत्री अहलावत, नगराधीश अंकित कुमार, सिविल सर्जन डॉ. रमेश चंद्र, सहित संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी तथा संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।