Sunday, May 19, 2024
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रोहतक में सीएम विंडो पर शिकायत के बाद कार्रवाई, तत्कालीन डीटीपी निलंबित, यह किया था घोटाला

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हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सीएम विंडो पर आई एक शिकायत पर सख्त संज्ञान लेते हुए तत्कालीन जिला नगर योजनाकार, रोहतक को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया है। इसके अलावा, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को संबंधित मामले में की गई।

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रोहतक। रोहतक से कलानौर क्षेत्र के गांव गुढ़ान के एक व्यक्ति द्वारा सीएम विंडो पर की गई शिकायत को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गंभीरता से लिया। इस पर कार्रवाई करते हुए तत्कालीन जिला नगर योजनाकार, रोहतक को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया गया। इस मामले में नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को जांच सौंपी गई है। उन्हें कार्रवाई की रिपोर्ट 20 जुलाई तक देनी हैं। तत्कालीन जिला नगर योजनाकार पर बड़े घोटाले का आरोप लगा है।

मामले के अनुसार ओमैक्स सिटी में निर्धारित क्षेत्र (एरिया) से अधिक निर्माण होने और उसका कम्पलीशन सर्टिफिकेट (सीओसी) देने के मामले में सीएम विंडो पर लगी शिकायत पर तत्कालीन डीटीपी को सस्पेंड किया गया है। यह आदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिए हैं। यह कार्रवाई कलानौर के गुढान निवासी सूरजभान की शिकायत पर हुई है। इस मामले में नगर एवं ग्राम योजना विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को कार्रवाई की रिपोर्ट 20 जुलाई तक भिजवाने के आदेश दिए गए हैं।

कलानौर के गांव गुढान निवासी शिकायतकर्ता सूरजभान ने बताया कि 24 जनवरी 2022, 15 मार्च 2022 और 5 जनवरी 2023 को सीएम विंडो पर गलत तरीके से दिए गए कम्प्लीशन सर्टिफिकेट (समापन प्रमाण पत्र) को लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी। इस पर मुख्यमंत्री ने एक साल पहले ही जांच के आदेश दिए थे। इसके लिए आईएमटी थाने में भी शिकायत दर्ज करवाई गई थी। विभाग द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट के अनुसार 10 फ्लैट निर्माताओं द्वारा चौथी मंजिल की ईडीसी (एक्सटर्नल डेवलपमेंट चार्ज) तक जमा नहीं है। इस संबंध में उनकी रजिस्ट्री रद्द करने के बारे में तहसीलदार से अनुरोध किया है और सात फ्लैट निर्माताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

शिकायतकर्ता सूरजभान ने बताया कि तत्कालीन डीटीपी के खिलाफ शिकायत देने के बाद विभाग ने उन्हें बताया कि इस पर कार्रवाई की जाए, लेकिन सीएम शिकायत सेल की हिदायतों के अनुसार श्रेणी-1 व श्रेणी-2 के अधिकारी के विरुद्ध एक पद ऊपर और श्रेणी-3 व श्रेणी-4 के कर्मचारियों के विरुद्ध दो पद ऊपर के अधिकारी द्वारा जांच की जाती है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। वहीँ तहसीलदार द्वारा मकान मालिकों से बिना डेवलपमेंट चार्ज जमा करवाए मकानों की चतुर्थ मंजिल की रजिस्ट्री की जा रही है।

इस संबंध में वरिष्ठ नगर योजनाकार रोहतक द्वारा सीएम विंडो के पोर्टल पर 17 अप्रैल, 2023 को अपलोड की गई रिपोर्ट के अनुसार शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों को सही पाया गया है। वहीं शिकायतकर्ता ने रोष जताया है कि अभी तक विभाग ने जितनी भी जांच की है, उन्हें शामिल नहीं किया गया और न ही उनका पक्ष लिया गया है। मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने बताया कि कोई भी जांच आरोपी के ऊपर के अधिकारी से होती है। इसलिए इस मामले को मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए तत्कालीन जिला नगर योजनाकार, रोहतक को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया है।

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