पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) को केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन के दौरान पंजाब और जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में 48 घंटे तक चले ऑपरेशन के दौरान बड़ी कामयाबी मिली सिविल अस्पताल तरनतारन से भागे गैंगस्टर चरणजीत सिंह उर्फ राजू शूटर को गिरफ्तार कर उसके 10 गुर्गों को गिरफ्तार किया गया। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज यहां दी।
पुलिस टीमों ने उनके पास से एक डबल बैरल राइफल बरामद की है, जो 28 फरवरी 2024 को तरनतारन के मीत गन हाउस से चोरी हुई थी और तीन पिस्तौल और 26 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए बाकी 10 लोगों की पहचान तरनतारन के पिढ़ी गांव निवासी हुसनप्रीत सिंह उर्फ हुसन के रूप में हुई है।
गुलाब सिंह उर्फ गुलाब निवासी गांव बचड़े, तरनतारन, अमृतपाल सिंह उर्फ चिड़ी निवासी मोहल्ला जसवन्त सिंह, तरनतारन, बलजिंदर सिंह उर्फ लोका निवासी गांव लोका, बॉबी वासी अजनाला, लवप्रीत सिंह उर्फ लव, अमृतपाल सिंह उर्फ संदीप सिंह और सज्जन उर्फ कालू दीनों निवासी गांव ठठियां महंत, तरनतारन, सुखचैन सिंह उर्फ मोगली और हरमेश सिंह उर्फ चिचू दोनों श्री पिंड वाडिया, मुक्तसर साहिब के निवासी हैं।
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जानकारी के मुताबिक, गैंगस्टर राजू शूटर माझा क्षेत्र मुख्य रूप से तरनतारन, अमृतसर और अमृतसर ग्रामीण जिलों में सक्रिय एक संगठित अपराध गिरोह का नेता है। गिरफ्तार सभी आरोपी हत्या, डकैती, मादक पदार्थों की तस्करी सहित आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे।
गौरतलब है कि सितंबर 2023 में इस गैंग ने तरनतारन के गांव ढोटियां में एक बैंक लूटने की नाकाम कोशिश की थी, जिसमें आरोपियों की ओर से की गई फायरिंग में एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया था। 16 अप्रैल 2024 को राजू शूटर के साथियों ने उसे सिविल अस्पताल तरनतारन से अगवा कर लिया, जहां उसका इलाज चल रहा था।