गेहूं खरीद को लेकर आज डीसी थोरी ने मजीठा दाना मंडी के अधिकारी और खरीद एजेंसियो के अधिकारियों से बातचीत कर मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ बारिश कम हुई और दूसरी तरफ गेहूं तिरपाल से ढका होने के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि आज फिर से खरीद शुरू की गई है, लेकिन कई स्थानों पर अनाज में 12 प्रतिशत से 14 प्रतिशत तक नमी होने के कारण खरीद नहीं हो सकी।
गेहूं की खरीद को लेकर जिले भर के अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय कर रहे डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी ने किसानों से अपील की है कि वे मंडियों में सूखा गेहूं ही लेकर आएं, क्योंकि गेहूं में नमी अधिक होने के कारण खरीद एजेंसियों के लिए खरीद करना संभव नहीं है। जिसके चलते किसान को मंडी में बैठकर गेहूं सूखने का इंतजार करना पड़ रहा है। इससे एक तो किसान को परेशानी होती है, दूसरे बाजार में व्यस्तता रहती है, जिससे अन्य फसलों की खरीद में बाधा आती है।
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डिप्टी कमिश्नर थोरी ने किसानों से अपील की कि बारिश के कारण नमी सामान्य से अधिक बढ़ गई है, इसलिए वे गेहूं की कटाई करते समय अनाज की नमी का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि हम आपकी फसल का एक-एक दाना खरीदने के लिए बाध्य हैं, इसलिए जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। लिफ्टिंग 70 प्रतिशत निरंतर है और निकट भविष्य में इसे 100 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बारूद की कोई समस्या नहीं है। बारिश को देखते हुए त्रिपालों की भी व्यवस्था की गई है।
दाना मंडी में अपना गेहूं लेकर आए किसानों ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी मजीठा आज दाना मंडी पहुंचे थे। जिन्होंने हमसे बातचीत की और परेशानियां सुनीं। किसानों के अनुसार डीसी ने कहा कि गेहूं में जो नमी आयी है, वह बेमौसम बारिश के कारण है। इसमें थोड़ी राहत मिलेगी और 12 से 14 प्रतिशत नमी वाला गेहूं उठाया जाएगा।