Sunday, November 24, 2024
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यूक्रेन की मरिया बनी करणेश्वरी : भिवानी के जहरगिरी आश्रम में पहुंचकर ली हिंदू धर्म की दीक्षा

भिवानी:  भारतीय संस्कृति एवं आयुर्वेद से प्रभावित यूक्रेन की मरिया नामक महिला ने सोमवार को स्थानीय हालुवास गेट स्थित सिद्धपीठ बाबा जहरगिरी आश्रम में पहुंचकर धर्म हिंदू की दीक्षा ली। सिद्धपीठ बाबा जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय श्रीमहंत जूना अखाड़ा डा. अशोक गिरी महाराज के शिष्य महामंडलेश्वर संगम गिरी महाराज द्वारा उन्हे हिंदू धर्म की दीक्षा देने के बाद उसका नाम करणेश्वरी रखा गया। सैनी ने बताया कि सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से महामंडलेश्वर द्वारा जर्मनी, इंग्लैंड, यूक्रेन सहित 8 देशों में अपने अनेकों शिष्य बनाए जा चुके है।

इस मौके पर महामंडलेश्वर संगम गिरी महाराज ने बताया कि मरिया वर्ष 2016 में भारत में आई थी तथा उस दौरान वह आयुर्वेद पर शोध कर रही थी। उन्होंने बताया कि मरिया कोरोना काल में करीबन 4 माह तक भारत में ही रही थी तथा यहां पर उन्होंने आयुर्वेद पर अपनी शोध जारी रखी। इस दौरान उन्होंने आयुर्वेद के चमत्मकार को नजदीक से देखा तथा यह भी देखा कि किस प्रकार से आयुर्वेद पद्धति गंभीर से गंभीर बीमारियों की भी नाशक है। जिसके बाद मरिया को सनातन संस्कृति की महानता का अंदाजा लगा। उन्होंने बताया कि मरिया ने आयुर्वेद पद्धति व सनातन संस्कृति से प्रभावित होकर हिंदू धर्म अपनाने का फैसला लिया तथा वे बाबा जहरगिरी आश्रम में पहुंची तथा आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय श्रीमहंत जूना अखाड़ा डा. अशोक गिरी महाराज के आर्शीवाद से मरिया को हिंदू धर्म की दीक्षा दी गई।

उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में सनातन धर्म का डंका बज रहा है तथा पूरा विश्व सनातन संस्कृति से प्रभावित है। इसी के चलते कुछ माह पहले भी रशिया से आए कुछ लोगों ने हिंदू धर्म की दीक्षा ली थी। जिसके बाद अब अन्य देशों के लोग भी हिंदू धर्म को अपना रहे है। यह हमारे लिए गौरव की बात है कि अन्य देशों के लोग भी सनातन संस्कृति की ताकत को पहचानकर इसे अपना रहे है। उन्होंने बताया कि करणेश्वरी के दो बेटे व एक बेटी है तथा उनकी बेटी ज्योतिष के बारे में शोध कर रही है। उन्होंने बताया कि वे भी कुछ माह बाद जहरगिरी आश्रम में आएंगे तथा वे भी हिंदू धर्म की दीक्षा लेंगे। उन्होंने बताया कि करणेश्वरी का परिवार धन-धान्य से संपन्न है, लेकिन इसके बावजूद भी हिंदू धर्म को अपना रहे है, यह प्रत्येक सनातनी के लिए गर्व की बात है।

सनातन संस्कृति एवं आयुर्वेद से काफी प्रभावित हुई : करणेश्वरी

इस मौके पर हिंदू धर्म को अपनाने वाली करणेश्वरी ने बताया कि उन्होंने अपने गुरु संगम गिरी के मार्गदर्शन सनातन संस्कृति की महानता के बारे में करीब से जानने का मौका मिला है। जिसके चलते वे सनातन संस्कृति एवं आयुर्वेद से काफी प्रभावित हुई तथा इसके बारे में और अधिक करीब से जानने के लिए उन्होंने हिंदू धर्म अपनाया है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म अपनाकर वे अपने आप को काफी गौरवांवित महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि वे भी अपने देश यूक्रेन में जाएंगी तो वहां के लोगों को भारत की संस्कृति की महानता से अवगत करवाएगी, ताकि अधिक से अधिक लोग इस महान संस्कृति का हिस्सा बन सकें।

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