पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने आज राज्य में चल रही गेहूं खरीद व्यवस्था और बेमौसम मौसम के कारण खराब हुई फसल का जायजा लेने के लिए सभी उपायुक्तों के साथ एक आपात बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि किसानों द्वारा बाजार में लायी गयी फसल की तुरंत खरीद हो। साथ ही खरीदी गई फसल का भुगतान 48 घंटे के अंदर किसान के खाते में सुनिश्चित किया जाए।
वर्मा ने उपायुक्तों को आदेश दिया कि वे अपने जिले की खरीद एजेंसियों के साथ रोजाना बैठक कर जिले की प्रत्येक मंडी में चल रही खरीद की समीक्षा करें। वर्मा ने उपायुक्तों को व्यक्तिगत रूप से बाजारों का दौरा करने का भी आदेश दिया।
वर्मा ने उपायुक्तों को बेमौसम बारिश से किसानों को हुए नुकसान के संबंध में तुरंत सरकार को रिपोर्ट भेजने का भी आदेश दिया। जिस भी गांव में बेमौसम बारिश के कारण फसलों को नुकसान हुआ है, उस गांव के उपायुक्त या एस.डी.एम. व्यक्तिगत रूप से दौरा किया जाए।
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वर्मा ने आगे बताया कि इस सीजन में मंडियों में कुल 132 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक होने की संभावना है। इसमें से अब तक 17.14 लाख मीट्रिक टन गेहूं मंडियों में आ चुका है। इसमें से 13.23 लाख मीट्रिक टन गेहूं प्रदेश की खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा जा चुका है।
उन्होंने ने आगे कहा कि नियमानुसार खरीदे गये गेहूं का भुगतान किसान को 48 घंटे के अंदर करना होता है। इसके अनुसार अब तक किसानों को 752 करोड़ रुपये का भुगतान करना होता है। इसके सापेक्ष अब तक किसानों को 898 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। यानी कई किसानों को 48 घंटे से पहले भी भुगतान कर दिया गया है।