Friday, November 22, 2024
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रोहतक निगम की कर शाखा में बड़ी सख्ती, ऑनलाइन पेडिंग फाइलों को लेकर अधिकारियों को नोटिस जारी

निगम आयुक्त अजय कुमार के आदेश के बाद हड़कंप, करीब 17 दिन पहले ही बड़े स्तर पर 23 कर्मचारियों के तबादले किए थे, अब आयुक्त ने दोबारा 21 कर्मचारियों के कार्यभार में फेरबदल किया है।

रोहतक। रोहतक नगर निगम प्रॉपर्टी आईडी रिकार्ड को अपडेट करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है। इसके लिए न केवल वार्डो में कैंप लगाए जा रहे हैं बल्कि टीम को डोर टू डोर भेजने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। इसी के साथ ही टैक्स ब्रांच में कर्मचारियों की उठापठक थमने का नाम नहीं ले रही है। निगम आयुक्त अजय कुमार ने करीब 17 दिन पहले ही बड़े स्तर पर 23 कर्मचारियों के तबादले किए थे। इसके साथ ही कई अधिकारियों की जिम्मेदारी बदली गई थी। अब आयुक्त ने दोबारा 21 कर्मचारियों के कार्यभार में फेरबदल किया है। ये दोनों कार्यवाही सीएम फ्लाइंग की रेड के बाद की गई हैं।

800 से ज्यादा फाइल ऑनलाइन पेंडिंग

नगर निगम की प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच आम आदमी के लिए आफत बन गई है। एक दिन पहले निगम की संयुक्त आयुक्त अंकिता वर्मा ने जांच की तो 800 से ज्यादा फाइल ऑनलाइन पेंडिंग मिलीं। संयुक्त आयुक्त ने निगम के जेई, जोनल टैक्स ऑफिसर (जेडटीओ), नायब तहसीलदार और क्लर्क को नोटिस देकर जवाब मांगा है। साथ ही कार्य जल्द सुनिश्चित करने की हिदायत दी है। साल 2023-24 के लिए नगर निगम ने 35 करोड़ प्रॉपर्टी टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा था, लेकिन 30 करोड़ की राशि भी एकत्रित नहीं हो सकी। इसकी सबसे बड़ी वजह प्रॉपर्टी आईडी का दुरुस्त न होना रहा है। ऐसे में सरकार ने प्रॉपर्टी स्वयं प्रमाणित कराने का निर्णय लिया है, ताकि त्रुटियां प्रॉपर्टी मालिक स्वयं ठीक कर सकें। निगम की तरफ से 5, 8, 10,11,12,13 व 14 अप्रैल को शिविर लगाए गए, लेकिन 15 प्रतिशत से ज्यादा प्रॉपर्टी आईडी स्वयं प्रमाणित नहीं हो सकी।

इनको दी गई नई जिम्मेदारी

आयुक्त अजय कुमार की तरफ से जारी आदेशों में मेकर के लिए क्लर्क कपिल व हेल्पर के लिए रोजी को वार्ड 1 व 3 की जिम्मेदारी दी गई है। क्लर्क भूपेंद्र और हेल्पर अनिल कुमार को वार्ड 2 व 5 के लिए नियुक्त किया गया है। क्लर्क नरेंद्र व हेल्पर कर्ण को वार्ड 4 व 6 व 11 में नियुक्त किया गया है। 7 व 8 के लिए जिम्मेदारी दी गई, क्लर्क आनंद व हेल्पर मुकेश को वार्ड 7 व 8 के लिए 6 जिम्मेदारी दी गई है। नवीन व कुलदीप को वार्ड 9 के लिए नियुक्त किया गया। है। संजीत व राकेश को वार्ड 10 के लिए नियुक्त किया गया है। मनोज व नरेंद्र को वार्ड 12 व 13, जतिन व विपिन को वार्ड 14 व 15 के लिए नियुक्त किया गया है। सोनू व दीपक को वार्ड 16, 17 व 20 की जिम्मेदारी दी गई है। राहुल व सुनिल कुमार को 18 व 19. प्रवीन व राजेश को वार्ड 21,22 की जिम्मेदारी दी गई है।

चेकर के लिए चार अधिकारी नियुक्त

चैकर के लिए जेई विकास शर्मा को वार्ड 1 से पांच तक, 8 और 9 वार्ड दिया गया है। सत्यवर्त को वार्ड 10 से 15 और जेडटीओ जगबीर सिंह को वार्ड 16 से 22 तक, सुरेंद्र गोयल को वार्ड 6 व 7 की जिम्मेदारी दी गई है। वहीँ नए आदेशों में चैकर के तौर पर सन्नी देव को वार्ड 6,7,8,9,10,11,13, रवि कुमार को वार्ड 10, 12, 14, 15, 16, 19, 20,21 22 की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि राजीव विज को 1 वार्ड से लेकर 6 वार्ड तक और 17, 18, 21, 22 की जिम्मेदारी दी गई है। वहीँ मेकर के तौर पर अरविंद को वार्ड 6, 7, 8,9, 10.11, 13, हरकेश को वार्ड 10, 12, 14, 15, 16, 19, 20, 21,22 की जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही शशिबाला को वार्ड 1,2,3,4,5,6,17,18, 21 व 22 के लिए नियुक्त किया गया है।

सीएम फ्लाइंग ने की थी कार्रवाई

विगत दिनों सीएम फ्लाइंग 6 ने नगर निगम कार्यालय में टैक्स ब्रांच का रिकार्ड खंगाला था। दो दिन तक सघन जांच की गई थी। बाहरी और अवैध कॉलोनियों का रिकार्ड चैक किया गया, जिसमें काफी खामिया मिली। कई लोगों के मकान के गज कम करके दर्ज कर दिए गए। जबकि किसी के गज बढ़ा दिए गए थे। इसके अलावा ऐसे लोग भी मिले जो कई दिनों से प्रॉपर्टी आईडी ठीक करवाने के लिए घूम रहे थे। सीएम फ्लाइंग ने जांच के बाद दो पूर्व जेडटीओ, यूएलबी चेकर क्लर्क और यूएलबी मेकर के खिलाफ आर्य नगर थाना में शिकायत दी थी। दोनों जेडटीओ का यहां दूसरे विभागों में स्थानांतरण हो चुका है। मामले की जांच जारी है।

संयुक्त आयुक्त प्रथम ने की समीक्षा
बता दें निगम के संयुक्त आयुक्त विजय सिंह ने वीरवार को ट्रैक्स ब्रांच के कार्य की समीक्षा की। टैक्स निरीक्षक अमन कुमार, डीईओ शिवम, अमित, मंजीत, कुलदीप, संदीप, रोहित, आकाश शुक्ला, अनिल व प्रवीण जांगड़ा को पत्र जारी किया है। चार अप्रैल को पत्र भेजकर 30 अप्रैल तक 30 प्रतिशत प्रॉपर्टी आईडी स्वयं प्रमाणित करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन 17 अप्रैल को पेश की गई रिपोर्ट संतोषजनक नहीं मिली। ऐसे में दोबारा निर्देश दिए जाते हैं कि हर रोज कम से कम 50 प्रॉपर्टी आईडी स्वयं प्रमाणित करने का लक्ष्य तय करें।

घर-घर जाकर की जाए प्रॉपर्टी स्वयं प्रमाणित
संयुक्त आयुक्त ने साफ किया है कि कैंप के अलावा घर-घर जाकर लोगों की प्रॉपर्टी स्वयं प्रमाणित करें। इस कार्य में सक्षम युवाओं की सहायता ली जाए। साथ ही ज्यादा से ज्यादा लक्ष्य हासिल किया जाए। पूरा कार्य डीएमसी की देखरेख में पूरा किया जाए।

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