रोहतक। रोहतक JLN नहर में आये दिन लोगों के डूबने के मामले सामने आ रहे हैं। 6 दिन पहले डूबे दो सगे भाइयों में से एक भाई का शव भले ही झज्जर के मदनहेड़ी से बरामद हो गया हो लेकिन छोटा भाई अभी तक लापता है। अब गांव धामड़ के पास से होकर गुजरने वाली जेएलएन नहर में एक व्यक्ति फिसलने की वजह से डूब गया। लापता किसान की नहर में तलाश जारी है। जिसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। वहीं मायना पुल के समीप शेटर के पास तलाश व इंतजार किया जा रहा है। प्रशासन व ग्रामीण उसे तलाशने के लिए जुटे हैं। जो पांव फिसलने के कारण नहर में गिर गया था। जिसके बाद से उसकी तलाश जारी है।
वारदात उस समय हुई जब गांव धामड़ निवासी करीब 59 वर्षीय दयानंद शुक्रवार दोपहर को नहर की तरफ गया था, इसी दौरान वह पांव फिसलने के कारण नहर में गिर गया और तेज बहाव होने के कारण पानी के साथ बह गया। उसे तलाशने के लिए परिजन डीसी से मिलने पहुंचे और कहा कि प्रशासन उसकी मदद करे। दयानंद 6 बच्चों के पिता हैं, जिनमें से 5 बेटी हैं और एक बेटा है। दयानंद खेतीबाड़ी करता है।
गांव धामड़ निवासी रणधीर सिंह ने बताया कि उसका भाई करीब 59 वर्षीय दयानंद शुक्रवार को खेत में गया था। उनके खेत नहर की तरफ पड़ते हैं। किसी पड़ोसी के कंबाइन से गेहूं निकाले जा रहे थे। इसी दौरान उसका भाई दयानंद नहर की तरफ चला गया। इसी दौरान दयानंद का पांव फिसलने के कारण वह जेएलएन नहर में गिर गया। तेज बहाव होने के कारण वह पानी के साथ बह गया। करीब आधा घंटे के बाद से प्रशासन के पास बार-बार मदद के लिए फोन किए जा रहे हैं।
रणधीर सिंह ने कहा कि लेकिन प्रशासन द्वारा कोई संतोषजनक कदम नहीं उठाया गया। यहां तक कि एनडीआरएफ की टीम भी समय से घटनास्थल पर नहीं पहुंची। इसलिए ग्रामीण डीसी अजय कुमार से मिलने के लिए डीसी के आवास पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द उसके भाई दयानंद को नहर में तलाश किया जाए। साथ ही नहर के पानी का स्तर भी कम करवाया जाए। ताकि तलाश जल्द हो सके। इसके बाद प्रशासन भी हरकत में आया और दयानंद को तलाश करना आरंभ कर दिया।