रोहतक। रोहतक पीजीआई में बाहरी भर्ती को लेकर करीब एक साल पहले हुए विवाद के केस में बुधवार को नवीन जयहिंद कोर्ट में पेश हुए। पेशी के बाद नवीन जयहिंद ने कहा कि 1 साल पहले रोहतक पीजीआई में चल रही भर्तियों में हरियाणा से बाहर के बच्चों को भर्ती किया जा रहा था। इसे लेकर विवाद हुआ। इसमें नवीन जयहिंद, सोनू मलिक (मोखरा), नवीन मलिक व साथ ही उस समय के पीजीआई में चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर ईश्वर शर्मा पर केस हुआ।
इसके लिए नवीन जयहिंद, सोनू मालिक (मोखरा) 10 दिनों तक रोहतक की सुनारियां जेल में भी गए। इस मामले को लेकर 27 मार्च को नवीन जयहिंद, सोनू मलिक, नवीन मलिक, ईश्वर शर्मा की रोहतक कोर्ट में पेशी हुई। जिसमें एडवोकेट गौरव भारतीय व एडवोकेट मदनलाल भारतीय ने कहा कि कोर्ट की अगली सुनवाई तिथि 30 मई 2024 की दी गई।
बाहरी युवाओं की भर्ती को लेकर हुआ था विवाद
नवीन जयहिंद ने कहा कि पीजीआई में हरियाणा के बच्चों की जगह बाहर के युवाओं को भर्ती किया जा रहा था। जब पता चला तो वे भर्ती कर रहे अधिकारी द्वारा पहले बुजुर्ग चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर ईश्वर शर्मा पर हाथ उठाया गया और उसके बाद में झगड़ा बढ़ गया। अभी भी सरकार की तरफ से लेटेस्ट नोटिफिकेशन यही आया है कि जो सोशल–इकॉनोमी के 5 प्रतिशत नंबर सिर्फ हरियाणा के बच्चों को मिलने चाहिए, वे नंबर हरियाणा से बाहर के बच्चों को भी मिलेंगे। इसका मतलब साफ है जो 65 हजार भर्तियां अब हरियाणा में होनी है, उनमें कोई हरियाणा का बच्चा नहीं लगेगा।
10 साल तक केस भुगतने को तैयार
जयहिंद ने कहा कि वे प्रदेश के युवाओं के लिए लड़ रहे थे और आगे भी लड़ेंगे। इसके लिए अगले 10 साल भी इन केसों को भुगतना पड़े तो तैयार है। आज प्रदेश के लाखों युवा बेरोजगार घूम रहे है। इसलिए सरकार बाहरियों को नहीं प्रदेश के युवाओं को मौका दे।