रोहतक। रोहतक में तीन दिन पहले शनिवार को हुई ओलावृष्टि ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग को लेकर किसान आज डीसी ऑफिस पहुंचे। इस दौरान किसान ओले लेकर पहुंचे और कहा कि 3 दिन बाद भी ओले पिघले नहीं हैं। खेतों में स्थिति यह है कि फसलें बुरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैं। खाने तक का अनाज खेतों से पैदा होने की उम्मीद नहीं है।
डीसी ऑफिस में गांव अटायल निवासी कुलदीप व रणबीर, गांव बखैता निवासी रमेश कुमार, गांव हुमायूपुर निवासी धर्मपाल, गांव कंसाला निवासी संदीप, गांव कलहावड़ निवासी सतबीर, गांव पाक्समा निवासी सुनील, गांव नौनंद निवासी वेदपाल, गांव कन्हैली निवासी इंद्रजीत व कंसाला निवासी रणबीर सहित अन्य गांव से किसान पहुंचे। किसान सभा के प्रधान प्रीत सिंह ने कहा कि ओलावृष्टि से बुरी तरह से फसलें तबाह हो चुकी हैं। सरकार क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन करने की बात कह रही है। जबकि, पोर्टल चल तक नहीं रहा। उन्होंने मांग की कि अधिकारी स्पेशल गिरदावरी करें। पटवारी गांव में जाकर खेतों का निरीक्षण करें।
इस दौरान रिपोर्ट में जो नुकसान दिखाया जाए, वह भी किसानों को बताया जाना चाहिए। क्योंकि इसके नाम पर भी किसानों से धोखाधड़ी की जाती है। पिछले कई सालों का मुआवजा भी किसानों को नहीं मिला है। जिसके कारण किसान भटक रहे हैं। किसानों से मिलने के लिए डीआरओ, एसडीएम व एडीसी पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाने का प्रयास किया, हालांकि किसान स्पेशल गिरदावरी की मांग कर रहे हैं।
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि फसलों के नुकसान के लिए टीमें बनाकर गिरदावरी करवाई जाएगी। इसके लिए किसान पोर्टल पर आवेदन करें। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया तो वे धरना प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं रहेंगे और आंदोलन करेंगे।