Monday, November 25, 2024
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हरियाणा में जहरीली शराब मामले में हुई 22 लोगों की मौत की वजह आई सामने, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा

यमुनानगर। हरियाणा के यमुनानगर और अंबाला जिले में गत वर्ष दीपावली से ठीक पहले जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की मौत हो गई थी। लोगों की मौत की वजह शराब में मिलाया गया मिथाइल एल्कोहल बना था। यह खुलासा शराब पीने से जान गंवाने वाले लोगों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। नवंबर 2023 में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मृतकों का विसरा व अन्य सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे गए थे। वहां से अब मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई है। पुलिस ने 11 मृतकों का पोस्टमार्टम कराया था। इनमें से नौ लोगों की रिपोर्ट आई है। दो की रिपोर्ट जल्द आने की संभावना है।

मिथाइल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। फिर भी शरारती लोग अधिक पैसा कमाने के चक्कर में मिथाइल एल्कोहल मिलाकर शराब बनाकर बेचते हैं। इस केमिकल से बनी शराब से यमुनानगर में 18 व जिला अंबाला में दो लोगों की मौत हुई थी। जिले में जहरीली शराब पीने से पहले दिन आठ नवंबर को नगर निगम के वार्ड 19 के मंडेबरी में चार और साथ लगते पंजेटो का माजरा में दो की मौत हुई थी। लोग इन मौत की वजह बुखार मान रहे थे।

इस पर बिना पोस्टमार्टम के ही सभी का अंतिम संस्कार करवा दिया गया था। इसके बाद पंजेटों का माजरा, फूंसगढ़, सारन, बिलासपुर के मंगलौर गांव में लोगों की मौत होने लगी तो पता चला की इसकी वजह जहरीली शराब है। जिन लोगों का अंतिम संस्कार बिना पोस्टमार्टम के हुआ था, एफएसएल की टीम ने श्मशान घाट में चिता से उनकी अस्थियों के सैंपल लिए थे।

शराब पीने से हुई मौत के बाद मंडेबरी के लोगों ने पीर माजरा गांव के रॉकी पर गांव में अवैध रूप से शराब बेचने का आरोप लगाया था। पुलिस ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने थाना फर्कपुर, थाना छप्पर व थाना बिलासपुर में कुल तीन केस दर्ज किए थे। गिरफ्तार रॉकी ने बताया था कि वह गांव में बेचने के लिए फूंसगढ़ में ठेके से शराब लाता था।

एक के बाद एक पुलिस ने मामले में कुल 23 आरोपियों की गिरफ्तारी की। आरोपियों ने अंबाला के धनौरा में नकली शराब बनाने की फैक्टरी लगाई हुई थी। वहीं से शराब ठेके पर लाई जाती थी। फूंसगढ़ ठेके का लाइसेंस महेंद्र सिंह कांबाेज के नाम पर था। इस ठेके में प्रमुख हिस्सेदार कांग्रेस प्रदेश कमेटी सदस्य मांगे राम मारूपुर, एक प्रमुख सत्ता दल के नेता का बेटा गौरव बुबका, अमरनाथ, सुशील व टिंकू थे। वहीं गैंगस्टर मोनू राणा ने भी मोगली के साथ मिलकर ठेके में पैसा लगाया हुआ था। महेंद्र सिंह के नाम 11 जोन के 22 ठेके लिए गए थे। जिनकी आबकारी विभाग ने लाइसेंस रद्द कर दोबारा नीलामी कराई थी।

मौत का कारण बनता है मिथाइल एल्कोहल

असली शराब में इथेनॉल मिलाया जाता है। जबकि नकली शराब में मिथाइल से बनी होती है। मिथाइल की अधिक मात्रा शराब के जहर बनने का कारण बनती है। जिससे मौत हो सकती है। इसके अलावा अंधापन, उल्टी होना, कोमा में जाना व सांस लेने संबंधी रोग भी हो सकते हैं। इसका 10 ग्राम से अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह स्थायी अंधापन, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र विषाक्तता, कोमा और यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकता है। मिथाइल का सेवन करने से मृतक के शरीर में पोस्टमार्टम स्टेनिंग नीला हो जाता है।

मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल पीएमओ डॉ. दिव्या मंगला के अनुसार जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद जिन लोगों का पोस्टमार्टम कराया था, उनमें से नौ की रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में मौत की वजह मिथाइल एल्कोहल बताया गया है। यह शरीर के लिए हानिकारक होता है। रिपोर्ट के बारे में पुलिस विभाग को अवगत करवा दिया है।

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