रोहतक। अपनी मांगों को लेकर किसान आंदोलित हैं और दिल्ली के लिए आगे बढ़ रहे हैं। किसानों को रोकने के लिए पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की सीमाओं को बंद किया गया है। हाइवे पर कंक्रीट के बेरीकेडिंग लगाई गई है और कई इलाकों में धारा 144 भी लागू की गई है। ऐसे में मंडियों में सब्जियों और फलों की आवक पर प्रतिकूल असर देखा जा रहा है। पंजाब से आ रहे किसानों के दिल्ली कूच को लेकर अब आमजन की खाने-पीने की चीजों की सप्लाई पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है। पंजाब से आने वाला आलू, मटर, किन्नू और आजादपुर सब्जी मंडी से आने वाली कुछ सब्जियां भी रोहतक मंडी में नहीं पहुंच रही हैं।
शुक्रवार का ही बचा स्टॉक
गुजरात से आने वाले टमाटर के लिए ट्रांसपोर्ट वाले गुजरात जाने से मना कर रहे हैं। इसके चलते सब्जी मंडी में टमाटर का सिर्फ शुक्रवार का ही स्टॉक बचा हुआ है। फिलहाल स्थानीय स्तर पर पहुंच रहे टमाटर से ही काम चलाना पड़ रहा है। अगर किसानों का आंदोलन इसी तरह चलता रहा तो सब्जियों के दामों में भी भारी उछाल हो सकता है। दिल्ली एनसीआर की एक मंडी में टमाटर की थोक कीमत में 80 फीसदी तक का उछाल आया है। वहीं, रोहतक सब्जी मंडी के सूत्रों ने कहा है कि किसान आंदोलन के चलते आवक में गिरावट पर असर पड़ सकता है, जो कीमतों को ऊपर ले जाएगा।
टमाटर की थोक कीमत 80 फीसदी चढ़ी
किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर आंदोलित हैं और इसका असर आपूर्ति पर देखने को मिल सकता है। किसान संगठनों के मार्च के चलते मंडियों में सब्जी और फलों की आवक में गिरावट देखी गई है। सूत्रों के अनुसार रोहतक फल एवं सब्जी मंडी में कुछ सब्जियों की कीमतों में उछाल देखा गया है। सूत्र ने बताया कि टमाटर की थोक कीमत में यह करीब 80 फीसदी का उछाल है।
वहीं आजादपुर मंडी से भी सब्जियां न पहुंचने के कारण अगले दो दिन बाद समस्या गहरा सकती है। यही नहीं गुजरात की तरफ से आने वाला अंगूर भी कम मात्रा में पहुंच रहा है। अगर बॉर्डर सील इसी तरह से रहे तो अन्य सब्जियां भी इधर-उधर आने-जाने में समस्या और बढ़ेगी। नासिक से आने वाला प्याज भी अब नहीं पहुंच रहा है। फिलहाल एक सप्ताह का प्याज का स्टॉक पड़ा हुआ है।
फर्रुखनगर से पहुंच रही मटर
सब्जी मंडी के प्रधान सोनू छाबड़ा का कहना है कि ट्रांसपोर्ट यूनियन तो ट्रक भेजने के लिए तैयार है, लेकिन ड्राइवर गुजरात की तरफ जाने से मना कर रहे हैं। इसके चलते पिछले दो दिन से गुजरात की तरफ से टमाटर भी नहीं आ रहा है। वहीं पंजाब की तरफ से आने वाला आलू व मटर ट्रकों में भरकर आ रहा था, लेकिन उन्हें पंजाब से ही लौटना पड़ा। हालांकि अभी जिले के ही गांव से आने वाला टमाटर व फर्रुखनगर से आने वाली मटर से ही काम चलाया जा रहा है।
शादियों की वजह से बढ़ी फल सब्जी की लागत
सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि इन दिनों सब्जियों के दामों में उछाल आया है। दिल्ली व पंजाब से आने वाली सब्जियों व फलों में कमी आई है। जहां दिनभर में दस दस ट्रक आते थे, वहीं तीन से चार ट्रक माल ही पहुंच रहा है। उन्होंने बताया कि इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। रोजाना करीब 20 से 30 शादियां हो रही हैं। ऐसे में सब्जियों व फलों की लागत बढ़ गई है। शादियों में कई तरह के व्यंजन बनते हैं, जिसमें सभी प्रकार की सब्जियों की आवश्यकता होती है। ऐसे में नासिक का प्यास व टमाटर महंगा हो गया है। नासिक का टमाटर 60 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। जबकि नासिक का प्याज 40 रुपये प्रतिकिलो मिल रहा है। वहीं कद्दू 30 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम से थोक में बिका। इसके अलावा फ्रूट चाट इत्यादि बनाने के लिए सेब, तरबूज, खरबूजा, अंगूर सहित अन्य सभी फलों के दाम 20 से 30 रुपये बढ़े हुए हैं।
बाॅर्डर सील होने के बाद से इन सब्जियों के दाम बढ़े
सब्जी पहले अब
भिंडी 60 80
शिमला मिर्च 50 80
टिंडा 30 50
अदरक 80 100
खीरा 30 50
नींबू 70 120