रोहतक। रोहतक पुलिस ने चोरी का झूठा केस दर्ज करवाने वाले गेंहू चोर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी गाड़ी मालिक ने 353 क्विंटल गेहूं चुराकर बेच दिया। आरोपी से बरामद सामान की सुपरदारी करके इसकी रकम मालिक को सौंप दी गई। एवीटी स्टाफ प्रभारी SI सतीश कादियान ने बताया कि 4 दिसंबर 2022 को जींद में जुलाना गांव के सतीश की शिकायत के आधार पर महम थाने में मामला दर्ज किया गया।
प्रारंभिक जांच मे सामने आया कि 27 नवंबर 2022 को सतीश को अपनी गाड़ी में करीब 353 क्विटंल गेहूं लेकर सिरसा से नोएडा जाना था। यह गेहूं अलीगढ़ में रहने वाले विशाल का था। सतीश 28 नवंबर को रास्ते मे महम बाईपास पर गाड़ी खड़ी कर घर चला गया। 1 दिसंबर को वह अपनी गाड़ी लेने आया तो उसे गाड़ी नहीं मिली। पूछताछ में पता चला कि सतीश की गाड़ी 30 नवंबर की शाम छह बजे ही बाइपास से चली गई थी। इसके बाद सतीश ने गाड़ी में लगे जीपीएस से लोकेशन चेक की तो गाड़ी दादरी रोड पर खड़ी मिली। गाड़ी में भरी गेहूं की बोरियां गायब थी। सतीश ने गेहूं चोरी की शिकायत पुलिस में दर्ज करवा दी।
एवीटी स्टाफ की टीम ने जब जांच की तो मामला झूठा निकला। जांच में पता चला कि सतीश ने खुद ही गाड़ी में भरा 353 क्विंटल गेहूं बेच दिया और गेहूं मालिक विशाल से कह दिया कि गेहूं चोरी हो गया है। सतीश की निशानदेही पर बेची गई गेहूं और उससे आई रकम बरामद कर ली गई। दरअसल सतीश खुद ही गाड़ी फौजी ढाबा से लेकर गया। पुलिस ने झूठा केस दर्ज करवाने के आरोप मे सतीश को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के एवीटी स्टाफ ने गेहूं बेचने के बदले में मिले साढे़ 4 लाख रुपए की रिकवरी करने के बाद अगले ही दिन खुद अदालत मे पीड़ित के पक्ष मे पैसों की सुपरदारी करने की दरखास्त दी। अदालत ने दरखास्त मंजूर कर पीड़ित पक्ष को रकम सौंपने के आदेश दिए। इस पर पुलिस ने गेहूं मालिक विशाल को साढे़ 4 लाख रुपए सौंप दिए।
रोहतक के एसपी हिमांश गर्ग के नेतृत्व में पुलिस ने नई पहल शुरू की है। इसके तहत बरामद सामान को कम से कम समय में उसके मालिक को वापस सौंपा जा रहा है। अब पुलिस सामान या कैश की बरामदगी के अगले ही दिन आरोपी और पीड़ित पक्ष को अदालत में पेश कर बरामद सामान की सुपरदारी की कार्यवाही कराती है।