रोहतक। रोहतक के अतिरिक्त उपायुक्त महेश कुमार ने स्थानीय मेडस्टार अस्पताल के प्रबंधकों को निर्देश दिए कि वे आयुष्मान भारत योजना के गोल्डन कार्ड धारक बेरी निवासी फतेह चंद को इलाज के एवज में ली गई पूरी राशि निर्धारित अवधि में वापस लौटाये। अस्पताल द्वारा मरीज को कैशलैश सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई।
अतिरिक्त उपायुक्त महेश कुमार स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में आयुष्मान भारत के तहत जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत के पैनल में शामिल अस्पताल की जिम्मेवारी तय की गई है कि अस्पताल ने पहुँचते ही कम्प्यूटर पर मरीज की आयुष्मान भारत योजना की पात्रता की जाँच की जाए। यदि मरीज गोल्डन कार्ड धारक है तो अस्पताल में भर्ती होने पर कैशलेस सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। मरीज के पुत्र रिंकु ने अस्पताल प्रशासन के विरुद्ध कैशलेस सुविधा प्रदान न करने की शिकायत की थी।
महेश कुमार ने कहा कि आयुष्मान भारत के संदर्भ में प्राप्त शिकायतों के निपटारे के लिए उपायुक्त के अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसमें अतिरिक्त उपायुक्त, सिविल सर्जन तथा स्वास्थ्य विभाग के आयुष्मान भारत के प्रभारी को शामिल किया गया है। उन्होंने मेडस्टार अस्पताल के निदेशक को भविष्य में सावधानी बरतते हुए नियमानुसार सुविधा उपलब्ध करवाने को कहा। यह अस्पताल हाल ही में आयुष्मान भारत के पैनल में शामिल किया गया है।
इस अवसर पर शिविर सर्जन डा0 अनिल बिरला, आयुष्मान भारत के प्रभारी डॉ. दिनेश गर्ग, मेडस्टार अस्पताल के निदेशक डॉ. अशोक व शिकायतकर्ता रिंकु पुत्र फतेह चंद सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।