गोहाना। गोहाना क्षेत्र का गांव छिछड़ाना सोमवार सुबह गोलियों की आवाज से गूंज उठा। खेत में जा रहे गांव के सरपंच पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। जब वह खेत में जा रहे थे तो बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और गोलियां मार कर हत्या कर दी। वारदात की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी हुई है। सरपंच की हत्या से गांव में तनाव का माहौल है।
जानकारी के मुताबिक, गोहाना क्षेत्र के गांव छिछड़ाना के 45 वर्षीय सरपंच राजकुमार उर्फ राजू को बदमाशों ने गोलियों से भून दिया। सरपंच की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात के बाद गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों की मौके पर भारी भीड़ लग गई। सरपंच की हत्या के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि गांव छिछड़ाना के सरपंच राजेश उर्फ राजू सोमवार सुबह अपनी बाइक पर सवार होकर खेतों में जाने के लिए निकले थे। जब वह गांव के बाहर अपने खेतों के रास्ते में पहुंचे तो पहले से ही दो बाइक सवार युवक हथियारों से लैस होकर खड़े थे।
सरपंच राजकुमार को रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने घेर लिया और तोबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। सरपंच को कई गोलियां लगी हैं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सरपंच राजेश के गांव के बाहर पहुंचते ही हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। जिससे सरपंच बाइक सहित रास्ते के किनारे जा गिरे। उनके बाद हमलावर बाइक पर सवार होकर भाग निकले। ग्रामीणों ने गोलियां की आवाज सुनकर मामले से पुलिस को अवगत कराया। सूचना के बाद बरोदा थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे लेकर महिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल खानपुर में पहुंचाया। जहां पर शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस का कहना है कि मामले की कई पहलू से जांच की जा रही है।
गांव छिछड़ाना में सरपंच राजेश की हत्या से पहले प्रत्याशी दलबीर की भी हत्या की जा चुकी है। दलबीर की पंचायत चुनाव से दो दिन पहले ही गोलियां मारकर हत्या की गई थी। प्रत्याशी के साथ उनके बेटे राहुल को भी गोली मारी गई थी। जिसमें वह बच गए थे। राहुल ने तब आरोप लगाया था कि हमलावरों ने चुनावी समीकरण पर चर्चा करने के बहाने उन्हें बुलाया था। तब बरोदा थाना में पूर्व सरपंच समेत 13 लोगों पर हत्या और षड्यंत्र रचने का मुकदमा दर्ज किया था। अब सरपंच की हत्या के तार भी दलबीर हत्याकांड से जुड़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि पुलिस अभी तक कुछ भी कहने से बच रही है।
सरपंच की हत्या की सूचना से पुलिस और गांव दोनों जगह हड़कंप मच गया। आनन फानन में पुलिस की एक टीम गांव भेजी गई। तब तक वहां ग्रामीणों की भीड़ जुट चुकी थी। माहौल को तनावपूर्ण देख और भी पुलिस गांव में तैनात की गई। पुलिस व फोरेंसिक टीम ने जांच के बाद मौके से सबूत जुटाए और इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए नाकाबंदी की हुई है।