वहीं, फिल्म निर्देशकों ने दावा किया है कि अभिनेता ने ‘खुकरी’ (एक प्रकार का चाकू) पहना हुआ है न कि ‘कृपाण’ और उनका किसी भी धर्म का अपमान करने का कोई इरादा नहीं है। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने एसजीपीसी को इस मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।
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एसजीपीसी ने एक्स पर कहा, हम राधिका राव और विनय सप्रू के निर्देशन वाली फिल्म ‘यारियां-2’ के गीत सौरे घर में फिल्माए गए इन दृश्यों पर कड़ी आपत्ति जताते हैं जिसमें अभिनेता अत्यधिक आपत्तिजनक तरीके से ‘कृपाण’ (सिख धर्म का प्रतीक) पहने हुए नजर आ रहे हैं और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उसने कहा, इसने दुनियाभर में सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को काफी ठेस पहुंचायी है। अकाल तख्त साहिब की सिख आचार संहिता तथा भारत के संविधान द्वारा दिए अधिकार के अनुसार केवल दीक्षा पा चुके सिख को ही ‘कृपाण’ पहनने का अधिकार है।
SGPC, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने आगामी फिल्म यारियां-2 के एक गीत में अभिनेता मिजान जाफरी के ‘कृपाण’ पहनने पर कड़ी आपत्ति जतायी है। इस बात पर उन्होंने फिल्म निर्माताओं को चेतावनी दी है कि अगर इस आपत्तिजनक वीडियो हटाया नहीं गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसजीपीसी ने कहा कि वह इस मामले को सरकार के समक्ष उठाएगी। यह वीडियो गीत टी सीरीज के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है जिसे तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। अगर किसी अन्य मंच ने इस वीडियो को उक्त आपत्तिजनक दृश्यों के साथ प्रकाशित किया है तो उसे भी हटाया जाए।