Punjab, आप सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने इटली में फंसे 17 लोगों को भारत वापस लौटने में मदद की। साहनी ने कहा कि 28 मई को इन लोगों ने एक कॉल किया था जिसमें वे काफी घबराये हुये थे।
इटली में नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम चुकाने के बाद बेईमान एजेंटों से फरवरी में धोखा खाने वाले कुल 17 लोगों को पहले दुबई, फिर मिस्र ले जाया गया और फिर लीबिया ले जाया गया जहां उन्हें एक सशस्त्र माफिया ने बंधक बना लिया। आखिरकार उन्हें सुरक्षित भारत वापस लाया गया है।
आप सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि लीबिया में फंसे हुए लोगों ने उन्हें फोन किया कि वहां उन्हें शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है तथा महीनों तक बिना वेतन के काम कराया जा रहा है।
साहनी ने कहा, हमने उनसे वीडियो कॉल पर भी बात की, जिसमें हमने देखा कि वे उचित भोजन के बिना अकल्पनीय बदतर परिस्थितियों में रह रहे थे। उन्होंने कहा कि लीबिया में भारत का कोई राजनयिक मिशन नहीं है, इसलिए हम उस तरफ से असहाय थे।
साहनी ने कहा, “जब वे आतंक और चिंता में थे, तो हमने अपने स्तर पर एक होटल बुक करके और उनके लिए दो टैक्सियों की व्यवस्था करके तत्काल हस्तक्षेप की कोशिश की ताकि वे कैद से दूर जा सकें और बच सकें।
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साहनी ने कहा कि कई सप्ताह के पत्राचार और कई स्तरों पर लगातार अनुरोधों के बाद, ट्यूनीशिया में भारतीय उच्चायोग संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से अपने परामर्शदाता तक पहुंच प्राप्त करने में सफल रहा, और इन लोगों को जेल से रिहा कर दिया गया और लीबिया के त्रिपोली में अवैध आप्रवासियों के बंदरगाह पर भेज दिया गया।
फिर आखिरकार 19 अगस्त को सारी कागजी कार्रवाई और अन्य औपचारिकताएं पूरी हो गईं और ये लड़के दिल्ली के लिए फ्लाइट में सवार हो गए।