हरियाणा के गुरुग्राम में अब फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वाहन चलाने वालों की खैर नहीं है। गुरुग्राम पुलिस ने फर्जी नंबर प्लेट लगे वाहनों की पहचान के लिए एआई संचालित सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल शुरू किया है।जो कि कानून व्यवस्था, सुरक्षा व यातायात के सुचारू संचालन को व्यवस्थित, सुनिश्चित व मजबूत करेगा।गुरुग्राम पुलिस ने एआई संचालित वाहन नंबर प्लेट पहचान प्रणाली को लागू करने के लिए स्टैक्व टैक्नोलॉजिस कम्पनी के साथ भागीदारी की है।
यह अत्याधुनिक तकनीक आरटीओ द्वारा जारी किए गए वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबर से नंबर प्लेट्स को स्कैन और सत्यापित करने के लिए मौजूदा सीसीटीवी कैमरों का उपयोग करता है। इससे दूर से ही नंबर प्लेट की पहचान करके संबंधित अधिकारियों को अलर्ट भी भेजता है। यह पहल कनून-व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। यह सिस्टम नंबर प्लेटों को सरकारी रिकॉर्ड के साथ तुरंत क्रॉस-वेरिफाई करेगा। यह फर्जी नंबर प्लेट, चोरी हुए वाहन और ब्लैक लिस्टेड वाहन आदि जैसी विसंगतियों की पहचानने में सक्षम है। यह तकनीक वाहनों को उनकी विशेषताओं जैसे रंग मॉडल इत्यादि के साथ खोजने में भी सहायता करती है।
पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि स्टैक्व कम्पनी की एआई-आधारित तकनीक का कार्यान्वयन गुरुग्राम पुलिस के लिए वाहन जांच में काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ है। कुछ ही हफ्तों में हमने कई वाहन-संबंधी डिफॉल्टरों की सफलतापूर्वक पहचान की है। यह सहयोग हमारे निगरानी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पेटेंटेड तकनीक और अनूठी क्षमताओं से लैस जार्विस एक आॅडियो-वीडियो एनालिटिक्स और मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है, जो सुरक्षा के लिए बेहतरीन संभव समाधान प्रदान करता है।