तीन सरकारें बदलीं, चौथे मुख्यमंत्री बने, लेकिन शपथ लेने, वादे और दावे करने वाले किसी भी मुख्यमंत्री ने ईशनिंदा के मामलों में न्याय देने की जरूरत नहीं समझी। शिरोमणि अकाली दल फतेह के राष्ट्रीय अध्यक्ष और किसान यूनियन अमृतसर के संरक्षक जसकरन सिंह काहन सिंह वाला द्वारा हर महीने बरगाड़ी में ईशनिंदा के मामलों में न्याय पाने के लिए 2 जनवरी को गिरफ्तारियां देने की शुरू की गई प्रक्रिया।
इसके तहत संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लखवीर सिंह खालसा, जनरल सचिव कश्मीर सिंह नवादा, जिला अध्यक्ष परहत सिंह मक्खू और जिला फतेहगढ़ साहिब के उपाध्यक्ष जसपाल सिंह सलाणा को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी देने से पहले उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेका और न्याय मांगा।
अपने संबोधन के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि अगर केंद्र व पंजाब सरकार न्याय नहीं देना चाहती है तो शिरोमणि कमेटी, अकाली दल के नेता, तख्तों के जत्थेदार समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायक/सांसद मूकदर्शक बने हुए हैं।
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पातशाह पहले भी और अब भी आपके जी के चरणों में नम्र लोगों की यही प्रार्थना है कि ईशनिंदा करने वालों और आरोपियों को बचाने वालों को संगत के सामने बेनकाब किया जाए और आरोपियों को अकाल तख्त साहिब से बेनकाब किया जाए उसका अपना मुँह। यदि आप स्वीकारोक्ति प्राप्त कर सकते हैं, तो कृपया सच्चे राजा से आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में डाल दें।
अरदास के बाद पांचों सिंहों ने कहा कि भगवंत मान सरकार के पास अब कोई बहाना नहीं बचा है, दोषी आरोपियों को अकाल तख्त साहिब से गिरफ्तार कर पूरे सिख समुदाय और गुरु नानक के अनुयायियों को न्याय दें।