कैथल जिले के गांव सेरधा के युवक ने दो लोगों की प्रताड़ना से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान जगदीप के रूप हुई है। गांव सेरधा निवासी बलबीर की शिकायत पर राजेश और सुरेंद्र के विरुद्ध राजौंद थाना में केस दर्ज किया गया है।
शिकायत में बताया कि उसने साल 2011 में दोनों आरोपितों के साथ सेरधा के पास एमडी पब्लिक स्कूल पूंडरी रोड राजौंद में साढ़े 85 लाख रुपये देकर 25 प्रतिशत हिस्सेदारी ली थी। कोरोना के समय में आरोपितों ने उसे हिस्सेदारी से निकाल दिया था और पैसे भी वापस नहीं किए थे। इस बारे में उनकी पंचायत हुई थी और 60 लाख 50 हजार रुपये देने पर समझौता हो गया था। अब हमारे साढ़े 12 लाख रुपये बकाया रह गए थे। एक यह भी शर्त रखी गई थी कि स्कूल में उसका पोता और पोती फ्री में पढ़ाई करेंगे।
दोनों आरोपितों ने ना तो पैसे वापस किए और ना ही उसके पोते और पोती को पढ़ाया। जब भी उसका बेटा जगदीप पैसे मांगने के लिए आरोपितों के पास जाता तो उसे प्रताड़ित किया जाता था। उनकी प्रताड़ना से परेशान होकर उसके बेटे जगदीप ने 30 मार्च को जहरीला पदार्थ निगल लिया था। उसे शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
डाक्टरों ने छह मई को उसे चंडीगढ़ पीजीआइ रेफर कर दिया था, लेकिन रास्ते में ही उसके बेटे की मौत हो गई थी। उसके बेटे ने आरोपितों की प्रताड़ना को लेकर सुसाइड नोट भी लिखा हुआ है।
वहीं इस बारे में जांच अधिकारी एएसआइ भान सिंह ने बताया केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।