Tuesday, February 25, 2025
Homeस्पेशल स्टोरीWHO की नई गाइडलाइन, नमक खाने की बताई लीमिट, उससे ज्यादा खाया...

WHO की नई गाइडलाइन, नमक खाने की बताई लीमिट, उससे ज्यादा खाया तो हो सकती है ये खतरनाक बीमारी

हम अपने घरों में बाजार से खरीदकर जिस नमक को खा रहे हैं, वो आमतौर पर ज्यादा सोडियम वाले हैं। यानि उसमें 40 फीसदी तक सोडियम होता है। सवाल इसी के अनुपात कम करने का है और ऐसे नमक को खाने का है, जिसमें सोडियम की मात्रा कम हो।

डब्ल्यूएचओ ने नई गाइडलाइन जारी की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का यह सुझाव भारतीयों के लिए काफी जरूरी माना जा रहा है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से कम सोडियम वाले नमक को खाने की अपील की है।

वहीं, कुछ लोग जाने-अनजाने में जरूरत से ज्यादा नमक सेवन करते हैं। कई लोग खाने के समय काफी मात्रा में अतिरिक्त नमक का सेवन करते हैं। मतलब निर्धारित मात्रा से अत्याधिक नमक सेवन करते हैं। इस कारण धीरे-धीरे हाई बीपी के अलावा कई गंभीर मेडिकल समस्या से ग्रसित हो जाते हैं।

डिमेंशिया के बन सकते हैं शिकार

डिमेंशिया भी एक ऐसी ही समस्या है। डिमेंशिया से मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं को गंभीर नुकसान पहुंचता है। डिमेंशिया से पीड़ित लोगों में सोचने, याद रखने और तर्क करने की क्षमता कम हो जाती है। जापान में यह समस्या काफी आम है। कभी-कभी, डिमेंशिया से पीड़ित लोग पागल भी हो सकते हैं।

चिकित्सा विज्ञान में डिमेंशिया को बीमारी नहीं माना जाता है। वर्तमान में, मस्तिष्क पर पड़ने वाले इसके प्रभाव को कम करने के लिए कोई संतोषजनक उपचार उपलब्ध नहीं है। या फिर डिमेंशिया को ठीक करने के लिए कोई दवा उपलब्ध नहीं है। दुनिया की बढ़ती आबादी के साथ, डिमेंशिया की रोकथाम और उपचार दवाओं की खोज महत्वपूर्ण है।

WHO की नमक को लेकर गाइडलाइन

डब्‍ल्‍यूएचओ ने बताया है कि सेहत के लिए नमक का न तो ज्‍यादा इस्तेमाल अच्‍छा है और न ही कम। हर किसी को इसका संतुलित इस्तेमाल करना चाहिए। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक एक दिन में व्यक्ति को मात्र 5 ग्राम नमक खाना चाहिए, वहीं दो ग्राम प्रतिदिन सोडियम की खपत सही होती है। लेकिन भारत में लोग औसतन 10 ग्राम तक नमक को हर दिन खाते हैं। नमक का इस्तेमाल अधिक करने से हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है। साथ ही कई सारी शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

डब्‍ल्‍यूएचओ के अनुसार वयस्कों को प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करना चाहिए. इसका मतलब है कि हृदय संबंधी बीमारियों को रोकने और स्वस्थ रक्तचाप बनाए रखने के लिए प्रतिदिन 2,000 मिलीग्राम से कम सोडियम का सेवन करना चाहिए।

अगर भारतीय प्रतिदिन 5 ग्राम से कम नमक खाने के विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक का पालन करें, तो वे 10 वर्षों में हृदय रोग (सीवीडी) और क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) से होने वाली अनुमानित 300,000 मौतों को टाल सकते हैं। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किए गए एक मॉडलिंग अध्ययन का निष्कर्ष है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने की डब्ल्यूएचओ की सिफारिश की तारीफ

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी डब्ल्यूएचओ की इस सिफारिश की तारीफ की है। उनका कहना है कि कम सोडियम वाला नमक खाना भारतीय लोगों के लिए काफी उपयोगी है क्योंकि भारतीय स्वाद के मामले में समझौता करने से अमूमन बचते हैं और इस चक्कर में ज्यादा नमक का सेवन करते हैं।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -

Most Popular