Nitish Kumar: बिहार विधानसभा बजट के 13वें दिन राज्य में बढ़ते अपराध के मामले पर सदन में पक्ष और विपक्ष में टकराव की स्थिति देखने को मिली. विधानसभा में विपक्षी नेताओं ने नारेबाजी करते हुए वॉकआउट किया. वहीं दूसरी ओर राबड़ी देवी और नीतीश कुमार दोनों आपस में भिड़ गए.
जहां राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाही ना करने का आरोप लगाया वहीं दूसरी ओर नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी को दो टूक जवाब दे डाला. सभापति ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत करवाया.
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा, “बैठो… काहे ला बोल रहे हो…
विधानपरिषद में आज कार्रवाही के शुरु होते ही आरजेडी समेत तमाम विपक्षी दल के नेता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. राबड़ी देवी भी अपने स्थान से खड़े हो गई और नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाने लगी. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी जगह से खड़े हो गए और उन्होंने बोला “मैं आग्रह करूंगा कि आपलोग बैठ जाइए. कहीं किसी की हत्या हुई है तो निश्चित रूप से उसकी जांच होगी. हम तो आज ही पूछेंगे.” इसके बाद नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी की ओर इशारा करते हुए कहा कि इनके पति (लालू) की सरकार थी… बाद में इन्हीं को बैठा दिया. नीतीश कुमार के इतना कहते ही विपक्ष हंगामा करने लगा. फिर नीतीश कुमार ने कहा, “बैठो… काहे ला बोल रहे हो… आज तक एक काम किया था? कितना ज्यादा झगड़ा होता रहता था हिंदू-मुस्लिम का? ये लोग कोई काम किया था? सब काम हम लोगों ने किया है… इसलिए ये सब बोलने का कोई मतलब नहीं है. 19 साल से सारा काम हो रहा है. आज तक आप लोग कोई काम नहीं किए हैं.”
अब कभी इधर-उधर नहीं जायेंगे
नीतीश कुमार ने एक बार फिर से स्पष्ट कर दिया कि वो अब क भी इधर उधर नहीं जायेंगे. राबड़ी देवी बीच में कुछ बोल रही थी. उनकी बात को बीच में काटते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि “अरे छोड़अ न… तोड़ा कउची मालूम हे. आप क्या थे? कौची के लिए मुख्यमंत्री बने थे?”